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प्रॉपर्टी के फर्जी कागजात बनाकर फाइनेंस कंपनी से 2.27 करोड़ का लोन लेने वाले पिता-पुत्र गिरफ्तार

नई दिल्ली, 28 जनवरी (हि.स.)। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने प्रॉपर्टी के फर्जी कागजात बनाकर फाइनेंस कंपनी से 2.27 करोड़ का लोन लेने वाले पिता पुत्र को गिरफ्तार किया है। शुरूआत में पिता पुत्र ने लोन के कुछ किस्त चुकाया लेकिन उसके बाद दोनों गायब हो गये। पुलिस आरोपित पिता-पुत्र से पूछताछ कर मामले की जांच में जुटी है। संयुक्त आयुक्त डॉक्टर ओपी मिश्रा ने बताया कि पिता पुत्र की पहचान शक्ति नगर निवासी रविंद्र कुमार (70) और सौरव कुमार (39) के रूप में हुई है। फाइनेंस कंपनी डीएचएफएल के अधिकारियों ने शाखा में फर्जीवाड़ा की शिकायत की। जिसमें बताया कि रविंद्र कुमार और उसके बेटे सौरव कुमार ने पंजाबी बाग के एक प्रॉपर्टी के कागजात को गिरवी रखकर एक प्रॉपर्टी खरीदने के लिए कंपनी से 2.27 करोड़ का लोन लिया। कुछ महीना किश्त चुकाने के बाद पैसे देना बंद कर दिया। जांच में पता चला कि जिस प्रॉपर्टी के कागजात को इनलोगों ने गिरवी रखा था उसपर इनका कभी कब्जा नहीं था। उस प्रॉपर्टी का मालिक कोई और था और वह 16 साल से वहां रह रहा था। शिकायत पर शाखा ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। शुरूआती जांच में पुलिस को पता चला कि फर्जीवाड़ा करने वाले पिता-पुत्र हैं। दोनों ने उक्त संपत्ति के शीर्षक दस्तावेजों की एक समानांतर श्रृंखला बनायी और डीएचएफएल को गिरवी रख दी। साथ ही पता चला कि पिता-पुत्र ने प्राप्त लोन की राशि को उनके व्यक्तिगत लाभ के लिए गलत तरीके से लिया था। आरोपियों ने शीर्षक दस्तावेजों की एक समानांतर श्रृंखला तैयार की और उसी को सब रजिस्ट्रार के साथ पंजीकृत भी किया गया। निरीक्षक मुकेश राणा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आरोपितों के तफ्तीश में शामिल होने का नोटिस दिया। लेकिन पिता-पुत्र तफ्तीश में शामिल न होकर फरार हो गये। 27 जनवरी को पुलिस टीम ने एक सूचना पर दोनों को शक्ति नगर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि पिता पुत्र सूती धागे का कारोबार करता था। पुलिस पूछताछ कर जांच में जुटी है। हिन्दुस्थान समाचार /अश्वनी-hindusthansamachar.in

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