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हिमाचल में बढ़ रहा साइबर अपराध, तीन माह में 700 शिकायतें

शिमला, 24 मार्च (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में साइबर क्राइम की वारदातों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बीते कुछ समय से साइबर अपराध की घटनाओं में जबरदस्त उछाल आया है। अलग-अलग तरीके से साइबर अपराधी लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि साइबर विभाग थाना शिमला में पिछले तीन माह में 700 शिकायतें आई हैं। अब तक की जांच में पाया गया है कि ज्यादातर शिकायतें सोशल मीडिया और ठगी से संबंधित हैं। साइबर पुलिस ने बढ़ते साइबर अपराध और अपराधियों द्वारा अपनाए जा रहे नए तौर-तरीकों को ध्यान में रखते हुए लोगों को सचेत करने के लिए एडवायजरी जारी की है। साइबर विभाग के एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने बुधवार को बताया कि इस साल 2021 में अब तक 700 शिकायते प्राप्त हुई हैं। इन शिकायतो का विश्लेषण करने पर पाया गया कि साईबर आपराधी भिन्न-भिन्न लोगों को वॉयस काल व सोशल मीडिया के माध्यम से सम्पर्क कर रहे हैं, जो लोगों से आग्रह करते है कि आपके द्वारा उपयोग किये जा रहे मोबाईल नम्बर केवाईसी अपडेटेशन करवाना आवश्यक है अन्यथा आपका सिम बन्द हो जाऐगा। राठौर ने कहा को इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए साईबर आपराधी सोशल इंजीनियरिंग स्किल का उपयोग करते हुए लोगों को झांसे मे लेकर उनके मोबाईल फोन का रिमोर्टली एक्सेस लेने के लिऐ टीम विउर या एनी डेस्क एप्प आदि एप्प को डाऊनलोड करने के लिए कहते हैं और जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होती है, तो साईबर अपराधी कम से कम 10 रुपये टेलिफोन सर्विस प्रोवाईडर के खाता मे ट्रांसफर करने को कहते हैं तथा इसके बाद जैसे ही यह प्रक्रिया पुर्ण होती है तो साईबर आपराधी कस्टमबर के बैंक खाता का एक्सेस लेकर उनके खाता से काफी धन राशी अपने खाता मे ट्रांसफर कर लेते हैं। इस वर्ष इस तरह की करीब छह शिकायतें प्राप्त हुई है, जिनमें करीब 3.5 लाख के आस-पास की ठगी हुई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा साइबर अपराधी सोशियल मिडिया अंकाउट फेसबुक, मैसेंजर, इंस्ट्राग्राम, व वाट्सअप से फेक अकांउट के माध्यम से वीडियो कॉल करके पुरुष व महिलाओं को झांसे में लेकर चैट करते हैं तथा नग्न फोटोग्रफ्स व विडियो शेयर करने को कहते हैं, जिसे एडिट कर वे पीडित व्यक्ति के सोशल मिडिया पर दोस्तों व इस ऐवज में पैसो की मांग करते हैं। कहा कि इस तरह की शिकायतें साईबर थाना में निरन्तर आ रही है। उन्होंने एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों से आग्रह किया है कि वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अजनबियों या उन लोगों से फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले सतर्क रहें, जिन्हें आप व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते हैं। इसी तरह अजनबियों के साथ वीडियो चैट में शामिल न हों। उत्पीड़न और ब्लैकमेल करने के लिए वीडियो को आसानी से हेरफेर किया जा सकता है। उनके ब्लैकमेल के आगे न झुकें और कभी भी पैसे न दें। तुरंत अपने स्थानीय पुलिस स्टेशन या ऑनलाइन पोर्टल पर रिपोर्ट करें और एक शिकायत के साथ स्क्रीनशॉट आदि साझा करें। नकली प्रोफाइल, ट्रू कॉलर या ट्रू कॉलर पर दिखाए गए फोन नंबरों को गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाता है उस विशवास ना करें। हिन्दुस्थान समाचार/उज्ज्वल/सुनील

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