राजस्थान में कांग्रेस सरकार का धनबल के आधार पर तख्तापलट करने के प्रयासों का खुलासा
राजस्थान में कांग्रेस सरकार का धनबल के आधार पर तख्तापलट करने के प्रयासों का खुलासा

राजस्थान में कांग्रेस सरकार का धनबल के आधार पर तख्तापलट करने के प्रयासों का खुलासा

जयपुर,11 जुलाई (हि.स.)। राज्यसभा चुनावों के वक्त कांग्रेस विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने शनिवार को राज्यसभा चुनाव में राज्य सरकार का तख्तापलट कर धनबल के आधार पर बड़े राजनीतिक बदलाव करने के प्रयासों का खुलासा करते हुए भाजपा से जुड़े दो स्थानीय नेताओं को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही एसओजी ने राज्यसभा चुनाव के दौरान कई संदिग्ध मोबाइल फोन नंबर को सर्विलांस पर लिए थे। दो मोबाइल नंबरों पर हुई बातचीत में सामने आया कि राज्यसभा चुनाव से पहले सरकार गिराने की साजिश रची गई थी। विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये देने की जानकारी भी सामने आई है। इसके बाद एसओजी अजमेर जिले के ब्यावर से भरत मालानी और बांसवाड़ा के रहने वाले अशोक सिंह मेहतवाला को उदयपुर से गिरफ्तार किया। एसओजी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार राठौड़ ने बताया कि मोबाइल नंबर पर की गई बातचीत में वर्तमान सरकार को गिराने के प्रयास किए जा रहे थे। सुजानगढ़ विधायक रमीला खड़िया को एक भाजपा नेता द्वारा धन का प्रलोभन देकर अपने पक्ष में करने का प्रयास किया ग्या। इसके लिए महेन्द्रजीत सिंह मालवीय के संबंध में भी चर्चा की गई है। कहा जाता है कि महेन्द्रजीत सिंह मालवीय ने पाला बदल लिया है। कांग्रेस विधायकों और निर्दलीय विधायकों को 20- 25 करोड़ रुपये के प्रलोभन की जानकारी भी सूत्रों से मिली थी। इन दोनों नंबरों पर हुई वार्ता में सामने आया है कि वर्तमान सरकार को गिराकर नया मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। राठौड ने बताया कि स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर लिया है और मोबाइल वार्ताओं के आधार पर दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पूछताछ की जा रही है। राज्यसभा चुनावों और सत्ता हासिल कर धन कमाने की लालसा रखने वाले अन्य लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले से जुड़ी जानकारी लेने के लिए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से भी समय मांगा है। यह भी सामने आया कि भरत मालानी ब्यावर से चुनावों में पार्टी प्रत्याशी का टिकट मांग चुका है। वह सीए है। जबकि दूसरी तरफ अशोक सिंह भाजपा में प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य रह चुका है। मोबाइल नंबरों के आधार पर एसओजी ने यह कार्रवाई की है। फिलहाल स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप दोनों आरोपियों से पूछताछ कर जांच पड़ताल में जुटी है। गौरतलब है कि राज्य सभा चुनावों के वक्त विधानसभा मुख्य सचेतक महेश जोशी ने स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप में एक परिवाद दर्ज कराया था। इसमें हार्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया गया था। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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