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सुमेरपुर के ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने ली साथी डॉक्टर से रिश्वत

जोधपुर, 20 फरवरी (हि.स.)। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जोधपुर की ग्रामीण टीम ने शनिवार को पाली जिले में सुमेरपुर के ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को 17 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। उसने एक अन्य डॉक्टर से उसके बिल पास करने की एवज में मांगी थी। अब गिरफ्तार बीसीएमएचओ से पूछताछ की जा रही है। ब्यूरो के जोधपुर ग्रामीण के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोपालसिंह लखावत ने बताया कि परिवादी डॉ. पवन कुमार सुमेरपुर ब्लॉक के पावा गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्साधिकारी के रूप में कार्यरत है। पावा के अधीन आने वाले उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रत्येक माह के प्रत्येक गुरुवार को मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया जाता है। इसके निरीक्षण के लिए राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक विजिट के लिए 1500 रुपये का प्रावधान किया गया है। राज्य सरकार ने गत वर्ष जून माह से यह अनुमति प्रदान की थी। पावा के अधीन दो उप स्वास्थ्य केन्द्र बसंत व हिंगोला आते है। परिवादी डॉ. पवन कुमार ने दिसम्बर माह तक का 31,500 रुपए का भुगतान उठाया गया। सुमेरपुर के ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार तखतगढ़ के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. शरद कुमार सक्सेना को सौंपा हुआ है। डॉ. सक्सेना बिल पास होने के बाद से लगातार डॉ. पवन से कुल राशि का तीस प्रतिशत रिश्वत के रूप में मांग रहा था। रिश्वत नहीं देने पर डॉ. पवन को नोटिस भी जारी कर दिया गया। पूरे सुमेरपुर ब्लॉक में सिर्फ उसे ही नोटिस जारी किया गया। जबकि ब्लॉक के तेरह में से आठ डॉक्टर यह भुगतान उठा चुके है। सत्रह हजार रिश्वत के साथ भेजा परिवादी को ब्यूरो के एएसपी भोपाल सिंह लखावत ने बताया कि आज ट्रैप का आयोजन कर एसीबी ने डॉ. पवन को 17 हजार रुपये की रिश्वत राशि के साथ डॉ. सक्सेना के यहां भेजा। निवास स्थान पर अपने ड्राइंग रूम में रिश्वत की राशि लेकर उसने टेबल पर रखे एक बॉक्स में रख दिए। उसी समय एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया। एसीबी की टीम डॉ. सक्सेना को गिरफ्तार कर आठ डॉक्टरों के बिल पास करने के बारे में पूछताछ कर रही है। प्रकरण को लेकर अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप

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