भिलाई : स्ट्रीट डॉग के बच्चों को गायब करने वाले के खिलाफ केयरटेकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने दर्ज कराई रिपोर्ट
भिलाई नगर, 16 जनवरी (हि. स.)। थाना नेवई क्षेत्र के अंतर्गत स्ट्रीट डॉग के छोटे-छोटे बच्चों को गायब करने वाले व्यक्ति के खिलाफ स्ट्रीट डॉग केयरटेकर की रिपोर्ट पर नेवई पुलिस द्वारा पशु क्रूरता अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए केयरटेकर के द्वारा पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद मेनका गांधी के एनजीओ से मिले सहयोग लेना पड़ा। नेवई पुलिस ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि पीड़िता फाल्गुनी दास 26 वर्ष मकान नंबर 141/6 मैत्रीनगर रिसाली में निवासरत है। युवती साफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढाई की है। बेंगलुरु में रहकर जॉब करती है। कोरोना काल से मैत्री कुंज रिसाली भिलाई में अपने माता-पिता के साथ रह रही। सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवती के द्वारा थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में उल्लेखित किया है कि उसके घर के सामने दो स्ट्रीट डॉग के 10 बच्चे है। जिनका देखरेख फाल्गुनी दास द्वारा की जा रही है। पड़ोसी तरूण लांजेवार द्वारा फाल्गुनी दास जिन कुत्ते के बच्चों की देखरेख कर रही थी, उसके खिलाफ थे। फाल्गुनी ने बताया कि उनके पड़ोसी तरुण लांजेवर एवं उनकी पत्नी के द्वारा इन बच्चों के लिए फाल्गुनी द्वारा बनाए गए शेल्टर से बाहर आने पर उन्हें पीटा जाता था और आमानवीय तरीके से पैरों से दूर धकेल दिया जाता था। मना करने पर विवाद किया जाता था। 13 जनवरी को इन 10 बच्चों में से 3 बच्चे गायब हुए थे। फाल्गुनी ने बताया कि वह देख नहीं पाई थी इसलिए किसी को आरोपित नहीं कर सकती थी । परंतु 14 जनवरी को फाल्गुनी घर की स्ट्रीट पर स्थित दुकान पर खड़ी थी तो उसने देखा कि उनके पड़ोसी तरुण लांजेवर अपने दुपहिया वाहन में एक झोला रखे हुए थे और उनकी पत्नी एक - एक करके दो बच्चों को झोले में डाल दी। बाद में फाल्गुनी एवं उसके परिवार को तरुण लांजेवर के द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई। इस पर फाल्गुनी के द्वारा पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के एनजीओ पीपल फॉर एनिमल से ईमेल के माध्यम से संपर्क किया। एनजीओ से तत्काल प्रत्युत्तर भी मिला और उनके द्वारा मेनका गांधी की आईडी भी दी गई और नेवई थाने में पहुंचकर घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने कहा। फाल्गुनी ने कहा कि उन कुत्ते के बच्चों को कहीं गायब कर दिये है या फिर कहीं उसको इस ठंड के मौसम में किसी अन्य जगह छोड़ दिये है। जिससे वो विकलांग अथवा मर भी सकते है। इस तरह से पड़ोसी तरूण लांजेवार के द्वारा कुत्ते के 5 बच्चे को लावरिस रूप से कहीं फेंक कर उनकी जान को खतरे में डाला गया है। फाल्गुनी दास द्वारा शुक्रवार रात 8:00 बजे की गई रिपोर्ट पर से नेवई पुलिस के द्वारा आरोपित तरुण लांजेवर के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 428 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/अभय जवादे-hindusthansamachar.in