अधिवक्ता खुदखुशी केस के आरोपित ने लगाई फांसी
मेरठ, 18 फरवरी (हि. स.)। अधिवक्ता ओमकार खुदखुशी केस के आरोपित संजय ने बुधवार की देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि पुलिस उनका उत्पीड़न कर रही है। इससे परेशान होकर ही संजय ने फांसी लगाकर जान दी है। गंगानगर थाना क्षेत्र के ईशापुरम निवासी अधिवक्ता ओमकार तोमर ने शनिवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में अधिवक्ता ने विधायक दिनेश खटीक समेत 14 लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाए। इसमें दादरी निवासी संजय मोतला भी आरोपित था और रोडवेज में चालक था। अधिवक्ता के बेटे लव तोमर का अपनी पत्नी स्वाति के बीच विवाद चल रहा था। इसमें मुकदमेबाजी चल रही थी। समझौते के लिए दोनों पक्षों की पंचायत में संजय भी शामिल हुआ था। संजय के भाई सतीश का कहना है कि पुलिस उनके परिवार का उत्पीड़न कर रही थी। भयभीत संजय अपने खेत में छिपा हुआ था। दो दिन पहले पुलिस उसकी पत्नज नीलम को भी घर से उठाकर ले गई थी। बुधवार को पुलिस संजय के भाई सुशील की पत्नी गीता और माँ संतरा को भी घर से अपने साथ ले गई थी। इसके बाद संजय ने देर रात खेत में ही फांसी लगा ली। रात में परिजनों को पुलिस को शव नहीं उतारने दिया और हंगामा किया। उन्होंने इस मामले में मुकदमा दर्ज करने की मांग की। रात में ही ग्रामीण इकट्ठा हो गए और पुलिस को गांव में नहीं घुसने दिया। रात में संजय का शव पेड़ पर लटकता रहा। एसपी सिटी अखिलेश नारायण और एसपी देहात केशव कुमार रात में ही दौराला थाने पर पहुँच गए। गुरुवार की अलसुबह एसएसपी अजय साहनी भी मौके पर पहुँच गए। किसी तरह से पुलिस गांव के अंदर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। गांव में पुलिस फोर्स तैनात है। हिन्दुस्थान समाचार/कुलदीप-hindusthansamachar.in