4-criminals-arrested-in-murder-case-of-galla-businessman

गल्ला व्यवसायी की हत्या मामले में 4 अपराधी गिरफ्तार

सुपौल, 8 फरवरी (हि. स.)। पिपरा थानान्तर्गत महेशपुर चौक के समीप 4 फरवरी को शम्भू चौधरी के किराना दुकान में तीन बाइक पर सवार 6-7 अज्ञात अपराधकर्मियों द्वारा लूटपाट करने के मामले में 4 अंतर जिला गिरोह के अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। लूटपाट के क्रम में दुकानदार शंभू चौधरी के पुत्र गोविन्द कुमार समेत अन्य कर्मियों द्वारा प्रतिरोध करने पर अपराधकर्मियों द्वारा गोली मारकर तीन लोगों को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया गया था। जख्मी व्यवयायी पुत्र गोविन्द कुमार की ईलाज के क्रम में मौत हो गयी। इस मामले में पिपरा थाना में एक केस दर्ज की गई थी। एसपी मनोज कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले के उद्भेदन को लेकर एसडीपीओ, वीरपुर के नेतृत्व में तीन एसडीपीओ सहित विशेष टीम का गठन कर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। निर्देशानुसार विशेष टीम के सदस्यों के द्वारा त्वरित आसूचना संकलन, दुकानदर द्वारा बताये गये अपराधकर्मी के हुलिया, वैज्ञानिक अनुसंधान एवं अधोहस्ताक्षरी द्वारा दिये गये दिशा-निर्देश के आधार पर इस कांड में संलिप्त अज्ञात अपराधकर्मियों की पहचान की गयी एवं गिरफ्तारी हेतु एसआईटी द्वारा छापामारी कर अर्न्तजिला लूट गिरोह के अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी की गयी। इस अंतरजिला लूट गिरोह का नेटवर्क अररिया, पूर्णिया, सुपौल, मधेपुरा आदि क्षेत्रों में फैला हुआ है। जिसमें लगभग 8-8 सदस्य हैं।1आ गिरोह के लगभग सभी सदस्यों की पहचान हो गयी है। विशेष टीम द्वारा छापामारी के क्रम में सबसे पहले मधेपुरा जिला के लक्ष्मीपुर वार्ड 14 निवासी श्रवण कुमार, संतोष कुमार, परमानंदपुर वार्ड 7 निवासी शंभू साह उर्फ संतोष साह को गिरफ्तार किया गया।गिरफ्तार अभियुक्त के निशानदेही पर इन गिरोह के हथियार मुहैया कराने वाले मधेपुरा जिला के कोल्हायपटी डुमरिया निवासी शंकर कुमार को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार सभी लोगों ने सुपौल में घटित घटना के साथ-साथ अन्य जिले की अपराधिक घटनाओं में भी अपनी संलिप्तता स्वीकार की। सभी अपराधकर्मियों के विरूद्ध घटना में शामिल होने का पर्याप्त वैज्ञानिक साक्ष्य भी उपलब्ध है। गिरफ्तार अपराधी के पास से 1 देशी कट्टा, 3 जिन्दा कारतूस, 1 बाइक, 1 मोबाइल बरामद किया गया। हिन्दुस्थान समाचार/ राजीव/च-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in