(अपडेट ) गबन का आरोपी संजय कुमार डालमिया गिरफ्तार

(अपडेट ) गबन का आरोपी संजय कुमार डालमिया गिरफ्तार

सरायकेला,12 अक्टूबर (हि.स.) । झारखंड राज्य को-ऑपरेटिव बैंक की सरायकेला शाखा से दो कांडों में 36 करोड़ 16 लाख साढ़े चार हजार रुपये गबन करने के आरोपित व्यवसायी संजय कुमार डालमिया (37) को सीआईडी ने पश्चिम बंगाल के वर्द्धमान से गिरफ्तार किया है। इस बाबत सरायकेला थाना में प्राथमिकी दर्ज है, जिसके अभियुक्त संजय कुमार डालमिया है। गुप्त सूचना एवं शिक्षण तकनीकी अनुसंधान के आधार पर सोमवार को दोपहर में सीआईडी डीएसपी अनिमेष गुप्ता के नेतृत्व में मामले के अभियुक्त के कई दिनों से उक्त स्थान पर छिपकर रहने की सूचना के बाद गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई। बताया गया कि उस कांड में उक्त व्यवसाई पर 32, 01,74,500 रुपये की राशि झारखंड राज्य को-ऑपरेटिव बैंक की सरायकेला शाखा से गबन का आरोप है। साथ ही आरोपी संजय पर सरायकेला थाना कांड संख्या- 119/2019 में भी प्राथमिकी अभियुक्त होने के साथ-साथ 4 करोड़ चौदह लाख 30 हजार की राशि के झारखंड राज्य को-ऑपरेटिव बैंक, सरायकेला शाखा से ही गबन का आरोप है। इस प्रकार कुल मिलाकर 2 कांडों में प्राथमिकी अभियुक्त होने के साथ-साथ संजय कुमार डालमिया पर कुल 36 करोड़ 16 लाख चार हजार पाँच सौ की राशि के गबन किए जाने का आरोप है। अपराध अनुसंधान विभाग झारखंड रांची द्वारा गिरफ्तार किए गए अभियुक्त संजय कुमार डालमिया को मंगलवार को चाईबासा के विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। गौरतलब है कि संजय कुमार डालमिया सरायकेला नगर पंचायत के वार्ड नंबर छह के निवासी हैं। इस कांड में पूर्व में गिरफ्तार होने वालों में बैंक मैनेजर सुनील कुमार सत्पथी, कर्मचारी मंशा राम महतो और मदन लाल प्रजापति शामिल है। एसीबी की ओर से अभी तक बैंक मुख्यालय में जांच शुरू नहीं की गई है। सहकारिता बैंक नियमों के अनुसार पांच लाख से अधिक ऋण देने के लिए मुख्यालय में क्रेडिट कमेटी का गठन किया गया है। यह किसी भी बड़े ऋण को देने से पहले कई चरणों की जांच करती है। साथ ही यह भी बताया जाता है कि आवेदक इस कर्ज को चुका सकेगा या नहीं। या फिर उसके उपर पहले से कोई मामला है या नहीं। लेकिन आरोपित अधिकारियों ने बिना इस कमेटी से अनुमति लेते हुए ऋण संजय कुमार डालमिया को दे दिया था। ज्ञात हो कि पहले से ही तत्कालीन महाप्रबंधक सुशील कुमार कई अनियमिताओं को लेकर आरोपों के घेरे में रहे हैं। इसके बाद से वे सस्पेंड हैं। वहीं, तत्कालीन शाखा प्रबंधक प्रदीप कुमार सावल सेवानिवृत हो चुके है। हिन्दुस्थान समाचार/अभय रंजन/वंदना-hindusthansamachar.in

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