मीडिया में बने रहने के लिए सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाती रहती है कांग्रेसः शाहनवाज
मीडिया में बने रहने के लिए सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाती रहती है कांग्रेसः शाहनवाज

मीडिया में बने रहने के लिए सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाती रहती है कांग्रेसः शाहनवाज

नई दिल्ली, 08 जून (हि.स.)। भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के मनरेगा पर दिए गए बयान को तथ्यहीन करार देते हुए आरोप लगाया है कि सिर्फ मीडिया में बने रहने के लिए कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाती रहती है। शाहनवाज ने कहा कि सोनिया गांधी और कांग्रेस नेताओं द्वारा मनरेगा को लेकर बेवजह सरकार पर सवाल उठाना यह दर्शाता है उसके पास जनता के सरोकार का कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि कुछ बोलने से पहले कांग्रेस को आंकड़ों पर गौर कर लेना चाहिए ताकि उन्हें पता चले कि सोनिया- मनमोहन की सरकार में मनरेगा सिर्फ लूट-खसोट का पर्याय बन गया था। शाहनवाज ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सरकार ने मनरेगा को प्रभावी और मजदूरों के लिए अधिक उपयुक्त बनाया है। इसके लिए कृषि क्षेत्र के इतर कार्यों की भी व्यवस्था की गई है। मोदी सरकार ने कांग्रेस सरकार की तुलना में हर साल मनरेगा के लिए जहां अधिक बजट का प्रावधान किया है, वहीं मजदूरी को भी बढ़ाया है। कांग्रेस सरकार के समय मनरेगा पर 10 वर्षों में लगभग पौने दो करोड़ रुपये खर्च किये गए जबकि मोदी सरकार के 6 वर्षों में अब तक 3.95 लाख करोड़ रुपये आवंटित किये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोनिया-मनमोहन सरकार के समय यह जुमला आम था कि मनरेगा में हजारों करोड़ रुपए गड्ढा खोदने और फिर उन्हें भरने में बहाए गए। कई अखबारों ने मनरेगा के तहत बड़े गड़बड़झालों को उजागर किया था। शाहनवाज ने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार के समय मनरेगा के कार्यों का कोई मॉनिटरिंग सिस्टम नहीं था जिसके कारण कार्य धरातल पर दिखाई ही नहीं देते थे। मोदी सरकार ने मनरेगा के तहत कार्यक्रमों की शर्तों में ऐसे बदलाव किए, जिससे मनरेगा के तहत श्रम का बेहतर उपयोग होने लगा। ग्रामीण विकास विभाग ने कोविड-19 महामारी में मजदूरों के सामने आने वाली समस्या को देखते हुए मजदूरी को 1 अप्रैल से संशोधित कर दिया है। अब इसमें 20 रुपये प्रतिदिन की औसत राष्ट्रीय वृद्धि की गई है। इससे हर राज्य के मनरेगा श्रमिक को अब हर कार्य दिवस में 20 रुपये ज्यादा मिलेंगे। हिन्दुस्थान समाचार /रवीन्द्र मिश्र/सुनीत-hindusthansamachar.in

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