पशुओं के टैगिंग करवाने पर ही पशुपालकों को मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ - मुख्य पशु अधिकारी
पशुओं के टैगिंग करवाने पर ही पशुपालकों को मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ - मुख्य पशु अधिकारी

पशुओं के टैगिंग करवाने पर ही पशुपालकों को मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ - मुख्य पशु अधिकारी

फतेहपुर, 16 जून (हि.स.)। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 राजेंद्र कुमार शर्मा ने सरकार के "राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण" कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में गाय और भैंसों की टैगिंग का कार्य शुरू कराया गया है। उन्होंने पशुपालकों से अपने पशुओं के टैगिंग करवाने की अपील की है। उन्होंने बताया कि पशुओं के कान के पास एक यूनिक नंबर का टैग लगाया जा रहा है, इससे उनकी पहचान भी हो सकेगी अभी तक जिले में लगभग 83000 पशुओं की टैगिंग का कार्य हो चुका है। पशुपालन विभाग की ओर से जिले के 13 ब्लाकों में इस काम की जिम्मेदारी पशु चिकित्सा अधिकारियों को सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि टैगिंग के बाद ही पशुपालकों को आगे आने वाली योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। पशुओं की टैगिंग कराना अनिवार्य है। पोर्टल पर डाटा अपलोड हो रहा है, जिन पशुओं में टैग होगा उन्ही पशुओं का टीकाकरण किया जाएगा। केन्द्र सरकार की ओर से केंद्रीयकृत करते हुए "इनाफ" पोर्टल लॉन्च किया गया है। इनमें पशुओं के टैग के साथ पशुपालक के नाम, घर का पता अंकित किया जा रहा है। इसके माध्यम से देश के किसी भी हिस्से में पशुओं के पहुंचने पर उसके मालिक की पहचान की जायेगी। अभी तक जिले में 82991 गाय और भैंस की टैगिंग की जा चुकी है। उन्होंने सभी पशु पालकों से अपील करते हुए कहा है कि गाय और भैंस की टैगिंग जरूर कराएं इससे तमाम सरकारी योजनाओं का पशुपालकों को फायदा होगा। आगे आने वाली योजनाओं का लाभ भी इसी आधार पर मिलेगा। हिन्दुस्थान समाचार/देवेन्द्र/मोहित-hindusthansamachar.in

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