केंद्र को चिदंबरम का सुझाव: किसान सब्सिडी हो दोगुनी, गरीबों को मिले पैसा
केंद्र को चिदंबरम का सुझाव: किसान सब्सिडी हो दोगुनी, गरीबों को मिले पैसा

केंद्र को चिदंबरम का सुझाव: किसान सब्सिडी हो दोगुनी, गरीबों को मिले पैसा

केंद्र को चिदंबरम का सुझाव: किसान सब्सिडी हो दोगुनी, गरीबों को मिले पैसा - करोंं में कटौती व ईएमआई भुगतान की तारीख बढ़ाने की मांग नई दिल्ली, 25 मार्च (हि.स.)। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर पूरे देश में भय का माहौल है। ऐसे में सुरक्षा और बचाव को कोरोना के खिलाफ बेहतर हथियार बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की है, जो स्वागत योग्य है। लॉकडाउन के बाद अगले चरण मेंं सबसे अहम है राहत उपायों को लेकर फैसला किया जाना तथा जरूरतमंद लोगों को पैसे और भोज्य पदार्थों मिले, यह सुनिश्चित करना। यह बातें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने बुधवार को बयान जारी कर कही। चिदंबरम ने 21 दिनों की देशव्यापी बंदी के दौरान लोगों को राहत पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार को दस बिन्दुओं पर विचार कर तत्काल ऐलान किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति में गरीब परिवारों को पैसा ट्रांसफर करना सबसे जरूरी है। प्रधानमंत्री-किसान सब्सिडी को दोगुना करना तथा इसी योजना में किराएदार किसानों को लाना दूसरा महत्वपूर्ण बिन्दु है। कर भुगतान की तारीखों को 30 जून तक टालने तथा अप्रत्यक्ष करों, खासकर जीएसटी दरों, में कटौती लोगों को विशेष रूप से आर्थिक राहत पहुंचाएगा। साथ ही बैंकों को भी हिदायत दी जाए कि ईएमआई भुगतान की डेडलाइन को 30 जून तक टाल दे। इसके अलावा पूर्व वित्तमंत्री ने सुझाव दिया है राशन कार्ड वाले रखऩे वाले जो परिवार अनाज लेना चाहते हैं उन्हें 10 किलो चावल या गेहूं मुफ्त दिया जाना चाहिए। साथ ही नौकरी देने वालों निर्देशित किया जाए वे रोजगार और मजदूरी के वर्तमान स्तर को बनाए रखेंगे। वहीं मनरेगा के मजदूरों को भी 3000 रुपये की आर्थिक मदद की जानी चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि इन सबके अतिरिक्त वो लोग जो किसी भी वर्ग में लाभ प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं उनके लिए सरकार को चाहिए कि वार्ड या ब्लॉक स्तर पर एक रजिस्टर तैयार किया जाए। इसमें नाम, पता और आधार देखकर उन्हें राहत सामग्री देने के साथ तथा आर्थिक मदद भी की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार की इस मदद से लोग न सिर्फ 21 दिनों के लॉकडाउन में सर्वाइव कर पाएंगे बल्कि उसके बाद के अहम दिनों में भी यह सहायता काफी उपयोगी साबित होगी। हिन्दुस्थान समाचार/आकाश/सुनीत-hindusthansamachar.in

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