छत्तीसगढ़ विधानसभा : किसान आत्महत्या व मुआवजे को लेकर भाजपा सदस्यों ने किया सदन से बहिर्गमन
रायपुर, 26 फरवरी (हि. स.) । छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के पांचवें दिन शुक्रवार को किसानों की आत्महत्या का मामला सदन में गूंजा। सदन में किसानों की आत्महत्या के मामले व मुआवजा को लेकर तीखी नोकझोंक हुई । भाजपा के सदस्यों ने कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे के जवाब से असंतुष्ट होकर सदन से बहिर्गमन किया। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रश्नकाल के दौरान कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे से पूछा कि अप्रैल 2020 से 1 फरवरी तक तक प्रदेश में कितने किसानों ने आत्महत्या की है? कौन दोषी पाया गया व क्या कार्रवाई की गई? कृषि मंत्री ने नेता प्रतिपक्ष के सवाल के जवाब में बताया कि 141 किसानों ने आत्महत्या की है। धनीराम मरकाम केशकाल जिला कोंडागांव के प्रकरण में अभिलेख दुरुस्ती व फसल गिरदावरी में त्रुुटि मिलने पर पटवारी डोंगर नाग को निलंबित किया गया। इस पर नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि कार्रवाई के नाम पर सिर्फ एक पटवारी को निलंबित किया जाता है, ये कहां तक उचित है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश के किसान आत्महत्या कर रहे हैं और सत्ता पक्ष के नेताओं को उनके परिवार के लिए सांत्वना देने तक के लिए समय नहीं है , मुआवजा तो दूर की चीज है। इस पर भाजपा सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए सदन से बहिर्गमन कर दिया। हिन्दुस्थान समाचार /चंद्र नारायण शुक्ला