वैश्विक भूख सूचकांक में भारत 94वें पायदान पर, 14 फीसदी आबादी कुपोषित
वैश्विक भूख सूचकांक में भारत 94वें पायदान पर, 14 फीसदी आबादी कुपोषित

वैश्विक भूख सूचकांक में भारत 94वें पायदान पर, 14 फीसदी आबादी कुपोषित

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (हि.स.)। वैश्विक भूख सूचकांक में भारत पड़ोसी देश पाकिस्तान से भी पिछड़ गया है। साल 2020 के लिए शनिवार कको जारी ग्लोबल हंगर इंडेक्स 107 देशों की सूची में भारत इस साल 94वें पायदान पर है। पिछले साल भारत 102वें पायदान पर था। ग्लोबल हंगर इंडेक्स के मुताबिक भारत की 14 फीसदी आबादी कुपोषित है, जो सीरियस कैटिगरी में आता है। बांग्लादेश-पाकिस्तान की स्थिति बेहतर ग्लोबल हंगर इंडेक्स के मुताबिक भारत के पड़ोसी देश इस सूची में बांग्लादेश 75वें, म्यांमार 78वें, पाकिस्तान 88वें, नेपाल 73वें और श्रीलंका 64वें स्थान पर हैं। इंडेक्स के मुताबिक नेपाल और श्रीलंका 'मध्यम' श्रेणी में आते हैं, जबकि भारत और बांग्लादेश जैसे अन्य देश गंभीर श्रेणी में आते हैं। वहीं, चीन, बेलारूस, यूक्रेन, तुर्की, क्यूबा और कुवैत सहित 17 देश सूची में शीर्ष रैंक पर हैं। देश की 14 फीसदी आबादी है कुपोषित ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट के मुताबिक भारत की 14 फीसदी आबादी कुपोषण की शिकार है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 5 साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर 3.7 फीसदी थी। इसके अलावा ऐसे बच्चों की दर 37.4 फीसदी थी जो कुपोषण की वजह से बढ़ पाते नहीं हैं। बांग्लादेश, भारत, नेपाल और पाकिस्तान के लिए 1991 से अब तक के आंकड़ों से पता चलता है कि वैसे परिवारों में बच्चों के कद नहीं बढ़ पाने के मामले ज्यादा है, जो विभिन्न प्रकार की कमी से पीड़ित हैं। इनमें पौष्टिक भोजन की कमी, मातृ शिक्षा का निम्न स्तर और गरीबी आदि शामिल हैं। हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर-hindusthansamachar.in

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