इंडिगो कर्मचारियों पर लटकी छंटनी की तलवार, पहले ही काटी जा चुकी है तनख्वाह
इंडिगो कर्मचारियों पर लटकी छंटनी की तलवार, पहले ही काटी जा चुकी है तनख्वाह

इंडिगो कर्मचारियों पर लटकी छंटनी की तलवार, पहले ही काटी जा चुकी है तनख्वाह

कोरोना वायरस काल में देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo ने संकट से उबरने के लिए बड़ा फैसला किया है. कंपनी का कहना है कि 30 सितंबर तक 60 फीसदी क्षमता घट सकती है. यानी कंपनी के 60 फीसदी कर्मचारियों पर अब छंटनी की तलवार लटक गई है. कंपनी ने कहा, “विमानन उद्योग अस्तित्व के संकट से गुजर रहा है.” इतना ही नहीं कंपनी ने अपने एंप्लाइज के खर्च में अब 30 फीसदी तक कटौती करने की घोषणा की है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, IndiGo ने अप्रैल 2021 से पहले कर्मचारियों के खर्च में 30 प्रतिशत तक कटौती करने की योजना बनाई है. कंपनी इसके जरिए COVID-19 संकट के बीच कर्मचारियों की जॉब बरकरार रखने की रणनीति तैयार की है. साथ ही कर्मचारियों के खर्च में कटौती कर एयरलाइन 5 से 6 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है. इससे पहले IndiGo ने अपने सीनियर एंप्लाइज की सैलरी में अब 35 फीसदी तक कटौती करने की घोषणा की थी. तब कंपनी ने कहा था कि यह कदम कैश मैनेजमेंट के लिए उठाया गया है. मई के बाद से इंडिगो अपने सीनियर एंप्लाइज के वेतन में 25 फीसदी तक की कटौती कर रही है. इसके बाद कंपनी ने 20 जुलाई को घोषणा की कि वह इस कटौती को थोड़ा और बढ़ाने जा रही है. महामारी की वजह से कंपनी के सामने खड़े हुए आर्थिक संकट से निपटने के लिए वह अपने कर्मचारियों के वेतन में 10 फीसदी की कटौती और करेगी. दरअसल इंटरग्लोब एविएशन को पहली चालू वित्त वर्ष अप्रैल-जून की तिमाही में 2,844.3 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है. इस दौरान कोरोना वायरस महामारी की वजह से एयरलाइन का परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ. देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की परिचालक कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1,203.1 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था.-newsindialive.in

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