मछुआरों की सुरक्षा और लाभ में बढ़ोतरी के लिए स्काईलो और फिशकोपफेड ने की साझेदारी

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नई दिल्ली, 27 जुलाई (आईएएनएस)। दुनिया के पहले और सबसे किफायती एंड-टू-एंड नैरोबैंड आईओटी सॉल्यूशंस स्काईलो और भारतीय मत्स्य को-ऑपरेटिव मूवमेंट की शीर्ष संस्था भारत के नेशनल फेडरेशन ऑफ फिशर्स को-ऑपरेटिव्स लिमिटेड (फिशकोपफेड) ने समुद्री मछली पकड़ने और जलीय कृषि क्षेत्रों के लिए स्काईलो के आईओटी-आधारित समाधान देने के लिए साझेदारी की है। इस साझेदारी में राज्यों के तालाबों (जलकृषि और अंर्तदेशीय मत्स्य पालन) में ऑक्सीजन और पानी के पीएच स्तर की निगरानी करना और मछली पालने वाले किसानों के लिए मछली की पैदावार और लाभप्रदता बढ़ाना शामिल है। साझेदारी के हिस्से के रूप में, स्काईलो और फिशकोपफेड आईओटी प्रौद्योगिकी का उपयोग करके मछुआरों और मछली किसानों के कल्याण में सुधार करने के लिए मछली पकड़ने वाले समुदाय के लिए लाभ बढ़ाने के लिए मिलकर काम करेंगे। स्काईलो द्वारा मरीन फिशिंग और एक्वाकल्चर के लिए प्रदान किए गए उन्नत सॉल्यूशंस में टू-वे मैसेजिंग, एसओएस अलर्ट, फिश कैच रिपोटिर्ंग, मछली पालन के लिए पानी की गुणवत्ता पर विभिन्न मापदंडों को कैप्चर करने के लिए सेंसर इंटीग्रेशन शामिल हैं। इसका उद्देश्य मछली किसानों को अधिक सूचित और तत्काल निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाना है। फिशकोपफेड अपने 33 लाख मछुआरों के सदस्यों के लिए स्काईलो की लागत प्रभावी, सर्वव्यापी तकनीक उपलब्ध कराएगा, जिससे भारत में छोटे पैमाने पर मछली पकड़ने और मछली पालन व्यवसायों का डिजिटलीकरण होगा। स्काईलो के सीओओ अंगिरा अग्रवाल ने कहा, प्रौद्योगिकी मत्स्य क्षेत्र को चार मुख्य तरीकों से बदल देगी : सुरक्षा, उत्पादकता, स्थिरता और अधिक लाभप्रदता। मत्स्य पालन प्रबंधन का भविष्य नवाचार पर निर्भर करता है। स्काईलो फ्लीट और एक्वाकल्चर फार्म को डिजिटाइज करने के लिए एंड-टू-एंड डेटा सॉल्यूशन प्रदान कर रहा है, जो इसे चाहते हैं, उन्हें विघटनकारी रूप से सस्ती कीमतों पर उपलब्ध करा रहा है। इस साझेदारी के बारे में फिशकोपफेड और कॉफेड के प्रबंध निदेशक ऋषिकेश कश्यप ने कहा, बाजार में पेश किए गए कई आईओटी सॉल्यूशंस के सावधानीपूर्वक सत्यापन के बाद और समुद्री मछली पकड़ने के लिए कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रदान किए गए टू-वे मैसेजिंग ट्रांसपोंडर समाधानों पर विचार करने के बाद, स्काईलो को उपग्रह-आधारित आईओटी प्रौद्योगिकी के प्रदर्शन को शुरू करने के लिए चुना गया है। फिशकोपफेड पूरे मत्स्य पालन पारिस्थितिकी तंत्र की बेहतरी के लिए समर्पित है और यह साझेदारी उस लक्ष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है। कश्यप ने कहा, भारत सरकार परिवर्तनकारी प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) सहित नीति सुधार उपायों के साथ भारत के मत्स्य क्षेत्र के तेजी से विकास और आधुनिकीकरण को प्राथमिकता दे रही है। पीएमएमएसवाई और हमारे माननीय प्रधानमंत्री के नीली क्रांति के साथ मत्स्य उत्पादन को दोगुना करने के लक्ष्य को पूरा करते हुए, स्काईलो मछुआरों की सुरक्षा को बढ़ावा देगा और उत्पादकता और क्षेत्र की पहुंच को कई गुना बढ़ा देगा। स्काईलो को अर्थव्यवस्था के आधुनिकीकरण के लिए भारत के अपने प्रयासों से प्रोत्साहित किया जाता है, जबकि मत्स्य पालन जैसे कई रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण और पारंपरिक रूप से कम प्रतिनिधित्व वाले क्षेत्रों को डिजिटल रूप से पूरा किया जाता है। स्काईलो ने मत्स्य पालन, जलीय कृषि, कृषि, स्मार्ट शहरों, रसद, खनन, रक्षा इकाइयों, वानिकी, मौसम निगरानी सहित कई क्षेत्रों के लिए आईओटी सॉल्यूशंस तैयार किए हैं। स्काईलो लोगों को अपने स्काईलो हब के माध्यम से सुरक्षित, दो-तरफा डेटा कनेक्टिविटी से लाभ उठाने में मदद करता है : एक मजबूत डिवाइस जो स्काईलो कनेक्ट के माध्यम से आपके डेटा को एकत्रित और प्रसारित करता है: एक शक्तिशाली क्लाउड-आधारित एपीआई, जो हमारे नेटवर्क द्वारा संचालित है, जो कहीं भी काम करता है। मोबाइल या वेब पर उपलब्ध स्काईलो ऐप के माध्यम से इन सभी तक आसानी से पहुंचा जा सकता है, जो यूजर्स को अपने संपूर्ण संचालन में तत्काल और उचित कार्रवाई करने की क्षमता प्रदान करता है। --आईएएनएस एकेके/एएनएम

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