ओडीओपी को लगेंगे पंख, अब फ्लिपकार्ट-अमेजन को मिलेगी टक्कर

odop-will-get-wings-now-flipkart-amazon-will-get-competition
odop-will-get-wings-now-flipkart-amazon-will-get-competition

लखनऊ, 26 अगस्त(आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश सरकार का मेगा प्रोजेक्ट एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) में वैश्विक स्तर पर पंख लगने वाले है। फ्लिपकार्ट और अमेजन की तरह ओडीओपी अपना ई कामर्स प्लेटफॉर्म लांच करने वाला है। फिलहाल, इसका फिल्ड ट्रायल चल रहा है। यूपी के ओडीओपी उत्पादों के लिए यह पहला समर्पित प्लेटफॉर्म होगा। मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर वैश्विक स्तर पर बढ़ते ऑनलाइन कारोबार को देखते हुए प्रदेश के ओडीओपी उत्पादों के लिए एक नया बाजार मिलने वाला है। इसके लिए तैयार किए जा रहे ई कामर्स प्लेटफॉर्म पर कोई भी जीएसटी रजिस्ट्रेशन वाला कारोबारी अपने उत्पाद बेच सकता है। सरकारी की ओर पहली बार बिना जीएसटी रजिस्ट्रेशन वाले ओडीओपी के शिल्पकारों को सब वेंडर बनाकर भी शामिल किया जा रहा है। इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से खरीद होने पर शिल्पकार को सीधे मैसेज भेजा जाता है और हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से फोन कर बताया भी जाता है कि अपने उत्पाद तैयार रखें। इसके बाद संबंधित शिल्पकार से उत्पाद लेकर लॉजिस्टिक पार्टनर ग्राहक तक पहुंचाते हैं। एमएसएमई के अपर मुख्य सचिव डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि हस्तशिल्प विकास एवं विपणन निगम के साथ ओडीओपी मार्ट बनाया जा रहा है। इससे जीएसटी और बिना जीएसटी रजिस्ट्रेशन वाले शिल्पकारों को फायदा है। ग्राहक को भी इस बात की गारंटी रहती है कि उसने जिस जिले का ओडीओपी उत्पाद खरीदा है, वह विश्वसनीय है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ओडीओपी के उत्पादों की निशुल्क कैटेलॉगिंग भी की जा रही है और जल्द ही ओडीओपी मार्ट का ऐप भी लांच किया जाएगा। ज्ञात हो कि पिछले ढाई सालों में फ्लिपकार्ट, अमेजन और ईवे ऑनलाइन साइट पर 15 कैटेगरी के करीब 11 हजार उत्पाद ओडीओपी के हैं और करीब 355 शिल्पकारों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। ऑनलाइन कारोबार के माध्यम से शिल्पकारों ने 24 करोड़ से अधिक का व्यवसाय भी किया है। --आईएएनएस विकेटी/एएनएम

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in