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मेटा ने उद्यमियों, रचनाकारों को प्रशिक्षित करने के लिए भारत में नए कार्यालय का किया अनावरण

गुरुग्राम, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)। भारत में अपने परिचालन को बढ़ाने के लिए, मेटा (फेसबुक) ने बुधवार को यहां अपने नए कार्यालय का अनावरण किया, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यह एशिया में कंपनी का पहला स्टैंड-अलोन कार्यालय है। गुरुग्राम में पुनर्निर्मित 130,000 वर्ग फुट की इमारत में स्थित, कार्यालय भारत की नई अर्थव्यवस्था (सी-फाइन) के लिए केंद्र की मेजबानी करेगा और भारत के छोटे व्यापार मालिकों, रचनाकारों, उद्यमियों और स्थानीय समुदायों को प्रशिक्षण और कौशल प्रदान करने के लिए समर्पित होगा। कंपनी ने यह भी घोषणा की है कि उसका लक्ष्य अगले तीन सालों में एक करोड़ छोटे व्यवसायों और उद्यमियों और 2,50,000 रचनाकारों को प्रशिक्षित करना है। नए मेटा कार्यालय का उद्घाटन करते हुए, केंद्रीय आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, यह स्पष्ट है कि प्रौद्योगिकी हमारे देश के प्रक्षेपवक्र को गहराई से बदल रही है। 2014 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रौद्योगिकी के बारे में बहुत ही सरल और स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित किए थे, जिसे इस देश में तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसे हर भारतीय के जीवन को बदलना होगा, इसे अवसरों और देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था का विस्तार करना होगा। भारत के छोटे व्यवसायों और डिजिटल रचनाकारों को सक्षम करने के अलावा, केंद्र देश के डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र पर नई तकनीकों के प्रभाव को भी प्रदर्शित करेगा। इसमें यह प्रदर्शित करने के लिए एक समर्पित क्षेत्र होगा कि कैसे संवर्धित रियलटी (एआर) और वर्चुअल रियलटी (वीआर) जैसी प्रौद्योगिकियां सीखने और शिक्षा, वाणिज्य और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में परिवर्तनकारी भूमिका निभा सकती हैं। फेसबुक इंडिया (मेटा) के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजीत मोहन ने कहा, इस कार्यालय में देश में हमारी सबसे बड़ी टीम होगी। मोहन ने संवाददाताओं से कहा, कार्यालय हर उस व्यक्ति के लिए खुला रहेगा जो बदलाव ला रहा है चाहे वह निर्माता हों, छोटे व्यवसाय के मालिक हों, उद्यमी हों, कलाकार हों या समुदाय के नेता हों। केंद्र महिलाओं और बच्चों के लिए सुरक्षा प्रशिक्षण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों के आसपास सामुदायिक प्रभाव कार्यक्रमों को सुविधाजनक बनाने में भी मदद करेगा। मोहन ने कहा, हम इस कार्यालय को देश के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि के रूप में देखते हैं। एक ऐसे देश के साथ सहयोग करने में हमारी गहरी आकांक्षा है जो तेजी से बदल रहा है और जहां प्रौद्योगिकी भविष्य की पीढ़ियों के जीवन और समृद्धि को बढ़ाने में सक्षम भूमिका निभाएगी। --आईएएनएस एसएस/आरजेएस

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