fmcg-revenue-growth-doubles-to-10-12-per-cent-in-current-fiscal-crisil
fmcg-revenue-growth-doubles-to-10-12-per-cent-in-current-fiscal-crisil

चालू वित्त वर्ष में एफएमसीजी राजस्व वृद्धि दोगुनी होकर 10-12 फीसदी है: क्रिसिल

नई दिल्ली, 27 जुलाई (आईएएनएस)। फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) सेक्टर की रेवेन्यू ग्रोथ पिछले वित्त वर्ष के 5-6 फीसदी से दोगुनी होकर 2021-22 में 10-12 फीसदी हो जाएगी। ये जानकारी क्रिसिल ने दी है। बात दें कि, कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि और अन्य अनुकूल कारकों के प्रभाव को दूर करने के लिए उत्पाद श्रेणियों में मूल्य वृद्धि से प्रेरित होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके अलावा, एजेंसी ने कहा कि दूसरी ओर, ऑपरेटिंग मार्जिन, विज्ञापन खर्च में वृद्धि और वृद्धि के कारण चालू वित्त वर्ष में 80-100 आधार अंकों (बीपीएस) के मॉडरेशन के साथ 19-20 प्रतिशत के सामान्य स्तर पर बहाल किया जाएगी। दिलचस्प बात यह है कि विज्ञापन और प्रचार खचरें में कमी के कारण कम राजस्व वृद्धि के बावजूद पिछले वित्त वर्ष में परिचालन मार्जिन में 100 बीपीएस का सुधार हुआ था। एजेंसी ने कहा कि मजबूत नकदी उत्पादन और स्वस्थ बैलेंस शीट के साथ बड़े पैमाने पर नकद अधिशेष जारी रखने से क्रेडिट आउटलुक स्थिर बना रहेगा। क्रिसिल रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक अनुज सेठी ने कहा,पिछले छह महीनों में उत्पाद श्रेणियों में खिलाड़ियों द्वारा किए गए 4-5 प्रतिशत की कीमतों में बढ़ोतरी कच्चे माल में मुद्रास्फीति को पारित करने के लिए, 5-6 प्रतिशत की मात्रा वृद्धि और विवेकाधीन उत्पादों की मांग में पुनरुद्धार के साथ, समर्थन करेगी । इस वित्त वर्ष में 10-12 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि हो सकती है। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर के दौरान दूरदराज के इलाकों में व्यापक रूप से कोविड के कारण इस वित्तीय वर्ष में ग्रामीण विकास में कमी आई है। हालांकि, एफएमसीजी उत्पादों की शहरी मांग में सुधार इसकी भरपाई करेगा और ग्रामीण राजस्व वृद्धि को आगे बढ़ाएगी। --आईएएनएस एनपी/आरजेएस

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in