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नियामक दबाव के बाद न्यूयॉर्क एक्सचेंज से डी-लिस्ट होगी चीन की दिग्गज कंपनी दीदी

नई दिल्ली, 3 दिसम्बर (आईएएनएस)। चीन की दिग्गज राइड हेलिंग कंपनी दीदी ग्लोबल ने न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (एनवाईएसई) से अपने शेयर वापस (टेक ऑफ) लेने की घोषणा की है। कंपनी का कहना है कि उसकी योजना अपनी लिस्टिंग को हांगकांग में स्थानांतरित करने की है। जुलाई में अमेरिका में पदार्पण के बाद से ही कंपनी पर भारी दबाव है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के कुछ दिनों के भीतर ही बीजिंग ने विदेशों में सूचीबद्ध होने वाली प्रौद्योगिकी कंपनियों पर कार्रवाई करने की घोषणा की। इससे पहले गुरुवार को अमेरिकी बाजार प्रहरी (वॉचडॉग) ने अमेरिका में सूचीबद्ध चीनी फर्मों के लिए सख्त नए नियमों का खुलासा किया। दीदी ने चीन में ट्विटर जैसे माइक्रोब्लॉगिंग नेटवर्क वीबो पर अपने हैंडल के माध्यम से कहा, सावधानीपूर्वक रिसर्च करने के बाद, कंपनी तुरंत न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में डीलिस्ट करना शुरू कर देगी और हांगकांग में लिस्टिंग की तैयारी शुरू कर देगी। एक अलग अंग्रेजी भाषा के बयान में दीदी ने कहा कि उसके बोर्ड ने इस कदम को मंजूरी दे दी है। दीदी ने कहा, कंपनी आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए, भविष्य में उचित समय पर उपरोक्त मामले पर मतदान करने के लिए शेयरधारकों की बैठक आयोजित करेगी। जून के अंत में, दीदी - उबेर को चीन का जवाब - ने अपने न्यूयॉर्क आईपीओ में 4.4 अरब डॉलर जुटाए। जापान का सॉफ्टबैंक 20 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी के साथ दीदी का सबसे बड़ा एकल निवेशक है। यह चीनी प्रौद्योगिकी दिग्गज अलीबाबा और टेनसेंट द्वारा भी समर्थित है। 2016 से दीदी में उबर की भी हिस्सेदारी है। दीदी ने 2016 में उबर चीन का अधिग्रहण किया था। दीदी ग्लोबल के शेयरों ने अमेरिकी बाजार में शुरूआत के बाद से अपने मूल्य का 40 प्रतिशत से अधिक खो दिया है। --आईएएनएस एकेके/एएनएम

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