business-week-ended-with-a-fall-despite-the-boom
business-week-ended-with-a-fall-despite-the-boom

तेजी के बावजूद गिरावट के साथ खत्म हुआ कारोबारी सप्ताह

नई दिल्ली, 10 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय शेयर बाजार में पिछले कारोबारी सप्ताह में तीन दिन की लगातार तेजी के बावजूद ओवरऑल कमजोरी ही बनी रही। नौ अप्रैल को बंद हुए कारोबारी सप्ताह में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों गिरावट के साथ बंद हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 438.51 अंक की गिरावट के साथ 0.87 फीसदी फिसलकर 49591.32 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 32.45 अंक टूटकर 0.21 फीसदी लुढ़क कर 14834.9 के स्तर पर बंद हुआ। माना जा रहा है कि अमेरिकी बॉन्ड यील्ड के मजबूत होने, भारत में कोरोना का संक्रमण लगातार तेज होने और कई राज्यों से कोरोना की वैक्सीन की किल्लत की खबरों ने शेयर बाजार में निगेटिव सेंटिमेंट बनाया। इससे निवेशकों की चिंता भी बढ़ी। जिसका परिणाम वीकली क्लोजिंग में बाजार के कमजोर होकर बंद होने के रूप में नजर आया। धामी ब्रोकिंग लिमिटेड के चीफ एनालिस्ट मनोज धामी के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने रेपो रेट को 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट को 3.35 फीसदी पर बरकरार रखकर बाजार को सहारा दिया। रिजर्व बैंक के इस उदार रुख के कारण कोरोना संक्रमण को लेकर बढ़ रही चिंता के बावजूद शेयर बाजार ने तेजी दिखाई, लेकिन बाजार पर कोरोना संक्रमण, वैक्सीन की कमी और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड की मजबूती के कारण गहरा प्रतिकूल प्रभाव पड़ा, जिसने अंत में बाजार की सारी तेजी को मंदी में बदल दिया। अगले सप्ताह के कारोबार के संबंध में मनोज धामी का मानना है कि शेयर बाजार की नजर कोरोना संक्रमण की स्थिति, वैक्सीनेशन ड्राइव और कोरोना के रोकथाम को लेकर राज्य सरकारों की ओर से लिए जा रहे प्रतिबंधात्मक उपायों पर टिकी रहने वाली है। शेयर बाजार पर कोरोना से जुड़े इन कारकों का असर तो होगा ही, कुछ खास स्टॉक्स में होने वाले उतार चढ़ाव का भी बाजार पर ओवरऑल असर पड़ेगा। पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स में 2.5 फीसदी की बढ़त दिखाई दी है, जिसमें आरती सरफैक्टैंट्स, एचईजी, ओरिएंट रिफ्रैक्ट्रीज, ऐक्सिसकैड्स टेक्नोलॉजीज, नेशनल पैरोक्साइड, सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग के स्टॉक में 20 फीसदी से अधिक की तेजी दर्ज की गई। दूसरी तरफ कैनफिन होम्स, इक्वीटास स्मॉल फाइनेंस बैंक, एमटीएनएल, सुंदरम फास्नर्स, क्रेडिट ऐक्सेस ग्रामीण और वेस्ट कोस्ट पेपर मिल्स में गिरावट भी देखी गई। पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान बीएसई मिड-कैप इंडेक्स में 1.2 फीसदी की तेजी नजर आई, जिसमें पीआई इंडस्ट्रीज, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया, इंडो एज इंडिया, जिंदल स्टील एंड पावर, फ्यूटर रिटेल, जेएसडब्लू इनर्जी, ऑरेकल फाइनेंशियल सर्विसेज और ग्लेन मार्क फार्मा में बढ़त दर्ज की गई। जबकि यूनाइटेड ब्रेवरीज,एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, 3एम इंडिया, हनीवेल ऑटोमेशन, महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज, वोडाफोन आइडिया और आमरा राजा बैटरीज में 5 से 10 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली। अगर बीएसई लार्ज-कैप इंडेक्स की बात करें तो पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान इसमें सपाट कारोबार देखने को मिला। पिछले सप्ताह कैडिला हेल्थ केयर, अदाणी पोर्ट्स, हिन्दुस्तान जिंक, विप्रो और सिप्ला फायदे में नजर आए। तो दूसरी ओर बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन और एसबीआई के शेयर नुकसान में कारोबार करते रहे। सेक्टोरल इंडेक्स पर नजर डालें तो पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान निफ्टी मेटल इंडेक्स में 6.6 फीसदी की तेजी देखने को मिली, जिसमें जेएसडब्लू स्टील, हिन्दुस्तान कॉपर, सेल, जेएसपीएल और हिन्दुस्तान जिंक में 10 से 12 फीसदी तक की रैली दिखाई दी। वहीं निफ्टी आईटी इंडेक्स में 5.3 फीसदी की तेजी देखने को मिली। जिसमें इंफो एज इंडिया, विप्रो, कोफोरेज और माइंड-ट्री में रैली दिखाई दी। इसी तरह निफ्टी फार्मा इंडेक्स में 5 फीसदी की तेजी देखने को मिली। जिसमें कैडिला हेल्थकेयर, सिप्ला, अरबिंदो फार्मा और ल्यूपिन में तेजी नजर आई। कुल मिलाकर बाजार में कहीं तेजी तो कहीं मंदी का माहौल रहा, लेकिन अगर पूरे सप्ताह के परफॉर्मैंस की बात की जाए तो पिछला कारोबारी सप्ताह शेयर बाजार के लिए आखिरकार नुकसान वाला सप्ताह ही साबित हुआ। ऐसे में जानकारों का कहना है कि अगले कारोबारी सप्ताह के दौरान निवेशकों को बाजार की चाल पर नजर रखने के लिए कोरोना के कारण बनने वाली स्थितियों पर विशेष नजर बनाकर रखना चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/ योगिता

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in