
भारत में ‘डिजिटल रुपया’ 2-3 वर्षों में चलन में आ सकता है. ये अनुमान इनफोसिस चेयरमैन नंदन नीलेकणी का है. क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते क्रेज के बारे में उनका कहना है कि भारत में अभी इस पर सहमति बनने में वक्त लगेगा. ये संभव है कि इसे निवेश के लिए एक क्लिक »-hindi.thequint.com