बुन्देलखण्ड में क्षेत्रवार फूड प्रोसेसिंग स्क्रीम जल्द लागू होगी: आलोक सिन्हा
बुन्देलखण्ड में क्षेत्रवार फूड प्रोसेसिंग स्क्रीम जल्द लागू होगी: आलोक सिन्हा

बुन्देलखण्ड में क्षेत्रवार फूड प्रोसेसिंग स्क्रीम जल्द लागू होगी: आलोक सिन्हा

किसान संगठित होकर कृषि कार्य करें और आमदनी में बढ़ायेे झांसी, 23 जून (हि.स.)। कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा ने योजना भवन वीसी कक्ष से वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से बुन्देलखण्ड के झांसी एवं चित्रकूटधाम मण्डल की खरीफ गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुये कहा कि बुन्देलखण्ड का विकास शासन की उच्च प्राथमिकता है। क्षेत्र के किसानों की आय दोगुनी हो उसके लिये लगातार प्रयास किये जा रहे है। बुन्देलखण्ड में जल्द ही फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित की जायेगी। जिलेवार (उत्पाद) फसल की जानकारी दें। किसान की फसल का उचित दाम तभी प्राप्त होगा जब उत्पादन की गुणवत्ता बेहतर हो। पैकेजिंग, प्रोसेसिंग अच्छी हो तथा बेहतर मार्केटिंग हो। इसके लिये उन्होंने एफपीओ को बढ़ावा देने का सुझाव दिया। आलोक सिन्हा ने अधिकारियों से कहा कि क्षेत्र में अभियान चलाकर कृषको को जानकारी दे कि यदि केसीसी जारी है और वह प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ लेना नही चाहते है तो वह अपनी बैंक शाखा में 21 जुलाई से एक सप्ताह पूर्व जाकर यह जानकारी लिखित रुप से दे ताकि उनकी फसल बीमित न हो सके। सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड क्षेत्र में उड़द, मूंग, तिल, जो कम पानी की फसले है, उन्हें बचाये जाने के अधिक प्रयास हो। इसके लिये क्षेत्र में अतिरिक्त योजनाये बनायी जा रही है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र की मछली की पश्चिम बंगाल में अधिक मांग है। हम अपने उत्पाद की वेल्यू प्रोसेसिंग व पैकेजिंग के माध्यम से बढ़ा सकते है। मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने मण्डल में खरीफ की तैयारियों की जानकारी दी। उन्होने कहा कि जनपद झांसी की तहसील मऊरानीपुर सहित अन्य क्षेत्र में मूंगफली का बड़ी मात्रा में उत्पादन होता है परन्तु देर से और कम क्रय केन्द्र खोले जाने से किसानो को फसल का वाजिब दाम नही मिल पाता। उन्होने मण्डल में मूंगफली क्रय केन्द्र बढ़ाये जाने के साथ माह दिसम्बर में क्रय केन्द्र संचालित किये जाने का सुझाव दिया। मण्डलायुक्त ने मण्डल में मनरेगा के कार्यो की जानकारी देते हुये कहा कि मण्डल में तीन लाख जाब कार्ड और लगभग 70 प्रतिशत लोगो को मनरेगा में डिमांड करते परन्तु काम पर नही आते है। झांसी व चित्रकूटधाम मण्डल की संयुक्त खरीफ गोष्ठी में जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने जनपद में गेहूं क्रय केन्द्र बढाये जाने का सुझाव देते हुये कहा कि यहां गांव से गांव की दूरी बहुत है। इस कारण किसान को समस्या होती है। उन्होंने चल रही गेहूं खरीद के विषय में बताया कि किसानो का भगुतान अभी तक लम्बित है, जिस कारण किसान परेशान है। जनपद झांसी के युवा किसान अमित पाण्डेय ने खेत तालाब योजना की तारीफ करते हुये इसके लक्ष्य को बढ़ाये जाने की मांग की। मण्डलायुक्त चित्रकूटधाम गौरव दयाल सहित चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर व बांदा के साथ जालौन, ललितपुर के जिलाधिकारियों ने खरीफ की तैयारियों की जानकारी दी। इस मौके पर झांसी एनआईसी में संयुक्त कृषि निदेशक ओपी पाण्डेय, डीडी कृषि कमल कटियार, डीआईओ एनआईसी आसिफ खान उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/महेश-hindusthansamachar.in

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