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बिलासपुर: पहली बार यात्री विमान सेवा की लैंडिंग और टेकऑफ, 43 यात्रियों ने उड़ान का लिया आनन्द

बिलासपुर/रायपुर, 01 मार्च (हि.स.)। एक मार्च को बिलासपुरवासी शायद ही कभी भूले। क्योंकि इस तारीख ने बिलासपुर का नाम हवाई सेवा मानचित्र पर हमेशा हमेशा के लिए अमर कर दिया है। साल 1042 में चकरभाठा एयरपोर्ट पर पहली बार अंग्रेजो का विमान उतरा। इसके बाद 1954 के बाद चकरभाठा एयरपोर्ट को हमेशा के लिए मानो भुला दिया गया। यद्यपि इस दौरान करीब 35 साल पहले कुछ दिनों तक एअरटैक्सी चली। लेकिन समय के साथ उसे भी बन्द होना पड़ा। अब लम्बे संघर्ष के बाद कई पतली गलियों गुजरकर लोगों के सामूहिक प्रयास से एक मार्च को बिलासपुर से पहली नियमित विमान सेवा का आगाज हुआ। बिलासपुर की धरती पर पहली बार यात्री विमान सेवा की लैण्डिग और टेकआफ को शायद ही कोई भुला पाए। एक मार्च 2021 को शायद ही कभी बिलासपुर की जनता आने वाले समय तक भूलेगी। इतिहास के पन्नों में1 मार्च हमेशा हमेशा के लिए सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया। पहली बार बिलासपुर से दिल्ली के दो उड़ाने हुई। पहला विमान 45 यात्रियों के साथ जबलपुर से होकर बिलासपुर पहुंचा। पहले विमान के ठीक आधे घण्टे बाद 45 यात्रियों को लेकर दिल्ली से प्रयागराज होकर चकरभाठा की धरती पर दूसरा विमान उतरा। पहले विमान की ही तरह दूसरे विमान का भी स्वागत वाटर कैनन, ढोल ताशों के अलावा पुष्प वर्षा के साथ किया गया। प्रयागराज से बिलासपुर उतरने वाले यात्रियों में कांग्रेस नेता पंकज सिंह, आशीष सिंह,आदि दुबे, सन्दीप वाजपेयी, विजय सिंह, शलभ वर्मा और नवीन साहू भी थे। कांग्रेस नेताओं का बिलासपुर एअरपोर्ट पर भाजपा समेत कांग्रेसी दिग्गजों ने किया। अपने यात्रा अनुभवों को साझा करते हुए कांग्रेस प्रदेश सचिव पंकज सिंह ने बताया कि कई बार विमान यात्रा का मौका मिला और किया भी। लेकिन जितने खुशी आज मिली.. शायद ही कभी मिली हो। सबसे पहले हमारी टीम का प्रयागराज में केक और गुलाब के फूलों से स्वागत किया गया। खुद मंत्री और महापौर ने विमान तल पर टिकट काट कर दिया। पंकज ने बताया कि विमान में कुल 43 यात्रियों ने उडान का आनन्द लिया। हिन्दुस्थान समाचार/केशव शर्मा

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