बिलासपुर : हाईकोर्ट अधिवक्ता ने हनुमान मंदिर में पेश की याचिका ,पते में लिखा देवलोक ब्रम्हांड
केन्द्र की भाजपा सरकार को सत्ता से बेदखल करने की मांग बिलासपुर/रायपुर, 19 जून (हि.स.)| छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में हाईकोर्ट अधिवक्ता संदीप दुबे ने कथित तौर पर राम मंदिर निर्माण जमीन घोटाले की जांच के लिए हनुमान मंदिर में याचिका पेश किया है। संदीप दुबे ने भगवान राम और हनुमान से जांच की मांग करते हुए भगवान से निवेदन किया कि घोटाले में निष्पक्ष जांच के लिए केन्द्र की भाजपा सरकार को सत्ता से बेदखल किया जाए। सिटी माल स्थित दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर पहुचकर संदीप दुबे ने याचिका पेश किया है। याचिका में चार याचिकाकर्ताओं की तरफ से संदीप ने राम मंदिर निर्माण जमीन घोटाले में जांच की मांग की है। भगवान के दरबार में पेश किए गए याचिका में संदीप दुबे ने कहा कि मंदिर निर्माण में शामिल लोग सत्ता से जुड़े हैं। इसलिए सबसे पहले केन्द्र की भाजपा सरकार को बेदखल किया जाए।भगवान के दरबार में याचिका पेश करते समय संदीप ने वकालतनाम भी दिया। अपने लेटर हे़ड पर हस्ताक्षर वाला पत्र हनुमान के चरणों में रखा। प्रदेश में यह अपनी तरह का पहला और रोचक मामला हैं। शुक्रवार को वकील संदीप दुबे ने याचिका पेश किया है। याचिका पेश करते समय वकील संदीप दुबे के साथ याचिकाकर्ता प्रदेश कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव,पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ अध्यक्ष कृष्णकुमार यादव,शहर अध्यक्ष प्रमोद नायक और जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी मौजूद थे। अजीबो गरीब याचिका को मुंगेली नाका स्थित दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर में पेश किया गया। इसके पहले कांग्रेस नेताओं ने विधि विधान से पूजा अर्चना कर भगवान हनुमान से आशीर्वाद भी लिया । याचिका में बताया गया है कि भाजपा, विहिप, आरएसएस और सहयोगी संगठनों ने भगवान श्रीराम के साथ धोखा किया है। वर्षों तक मंदिर निर्माण के नाम पर लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ किया गया। राम मंदिर ट्रस्ट के नाम पर दो करोड़ की जमीन को 27 करोड़ में खरीदा गया है। धोखा देने वालों के खिलाफ भगवान अपने न्यायालय में प्रकरण चलाकर न्याय करें। भाजपा को सत्ता से बेदखल कर असली राम भक्तों को राम मंदिर निर्माण कार्य करने की अनुमति प्रदान करें। हनुमानजी की प्रतिमा के सामने याचिका पेश करने से पहले संदीप दुबे ने याचिका को पढ़कर सुनाया। भगवान हनुमान के चरणों में रखकर कथित जमीन घोटाला में जांच की मांग की। इस दौरान याचिका में लगने वाली जरूरी 120 स्र्पये का कोर्ट फीस भी जमा किया गया। हनुमानजी के पते में याचिकाकर्ताओं ने देवलोक ब्रम्हांड लिखा है। हिन्दुस्थान समाचार /उपेंद्र/ केशव