भिलाईनगर : महामारी से अनाथ, दिवंगत साथियों के परिवार को आर्थिक मदद के लिए एक दिन का वेतन देने एचएमएस ने किया आह्वान
भिलाई नगर, 27 मई (हि. स.)। भिलाई श्रमिक सभा एचएमएस की बैठक यूनियन कार्यालय में गुरुवार को संपन्न हुई। महासचिव प्रमोद कुमार मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक कोविड-19 से 200 से ज्यादा कर्मचारियों अधिकारियों की मृत्यु हो चुकी है। उनके आश्रित अनुकंपा नियुक्ति की राह देख रहे हैं। लगभग छह परिवार ऐसे हैं जिसमें कर्मचारी एवं उनकी पत्नी दोनों का देहांत हो चुका है। उनके समक्ष नामिनी की समस्या आ रही है। यदि बीएसपी द्वारा आम मुख्तियार नामा के लिए मजबूर किया जाता है तो उसके लिए लगने वाले लाखों रुपये की व्यवस्था बच्चे कहां से कर पाएंगे। बीएसपी द्वारा इसके लिए मार्ग निकाला जाना चाहिए। बच्चों के माता-पिता को गुजरे एक माह से ज्यादा हो चुका है । लेकिन अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है। उप महासचिव हरिराम यादव ने बताया कि बीएसपी का कार्मिक विभाग कागजी कार्रवाई के लिए मुस्तैदी से जुटा हुआ है। यूनियन द्वारा उनके कार्य की प्रशंसा की जाती है। लेकिन कुछ कार्य ऐसे हैं जिसमें बीएसपी का कार्मिक विभाग में मदद करने में असमर्थ है। जैसे ईडीएलआई का भुगतान पीएफ विभाग रायपुर द्वारा किया जाना है। कार्मिक विभाग द्वारा फार्म भी भर कर तैयार कर लिया गया है। लेकिन फार्म के साथ एक कैंसिल चेक लगाना अनिवार्य है। बैंक द्वारा चेक बुक देने में विलंब किया जा रहा है, इसके लिए भी कोई रास्ता निकाला जाना चाहिए। सेवा द्वारा चार लाख की राशि कोविड-19 होने पर दी जानी है। एक साथ इतने ज्यादा कर्मचारियों की मृत्यु होने पर सेवा के पास भी बजट की समस्या है। इस पर वरिष्ठ सचिव वीके सिंह ने सुझाव दिया कि बीएसपी कर्मचारियों में संक्रमण कार्यस्थल पर ज्यादा हुआ है। इसलिए बीएसपी प्रबंधन के द्वारा सेवा को मदद की जानी चाहिए। यदि प्रबंधन असमर्थ है तो कर्मचारियों को आगे आना ही होगा। बीएसपी कर्मचारी अन्य राज्यों की समस्याओं में अपनी ओर से सहयोग करते आ रहे हैं। दिवंगत कर्मचारी अपने ही साथी हैं यदि सभी कर्मचारी ,अधिकारी अपना एक दिन का वेतन सेवा में दे दे तो आर्थिक समस्या से जूझ रहे मृत कर्मचारी के परिजनों को तत्काल मदद की जा सकती है। यूनियन द्वारा इस आशय का एक पत्र भी प्रबंधन को दिया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/अभय जवादे