पश्चिम रेलवे : कोरोना कर्मयोद्धाओं के सम्मान में ‘मुंबई के हीरो' शीर्षक वाले भित्ति चित्रों से माहिम स्टेशन का सौंदर्यीकरण
पश्चिम रेलवे : कोरोना कर्मयोद्धाओं के सम्मान में ‘मुंबई के हीरो' शीर्षक वाले भित्ति चित्रों से माहिम स्टेशन का सौंदर्यीकरण

पश्चिम रेलवे : कोरोना कर्मयोद्धाओं के सम्मान में ‘मुंबई के हीरो' शीर्षक वाले भित्ति चित्रों से माहिम स्टेशन का सौंदर्यीकरण

मुंबई, 18 जून, (हि. स.)। पिछले कुछ महीनों से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए कोरोना से लड़ाई में अपनी जान जोखिम में डालकर अनेक लोगों ने इन विपरीत परिस्थितियों का बहादुरी से सामना किया है। इन कोरोना कर्मयोद्धाओं के सम्मान में पश्चिम रेलवे ने St+art इंडिया फाउंडेशन और एशियन पेंट के सहयोग से ‘मुंबई के हीरो' शीर्षक के अंतर्गत भित्ति चित्रों से माहीम रेलवे स्टेशन के बाहरी हिस्से को सौंदर्यीकृत किया है। इन भित्ति चित्रों में कठिन परिस्थितियों में देश में कोरोना से लड़ाई में अथक कार्य करने वाले डॉक्टर, नर्स, पुलिस, सब्जी विक्रेता, डिलीवरी कर्मी और सैनिटाइजेशन कर्मचारियों को अत्यंत प्रभावशाली शैली में चित्रित किया गया है। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी रविन्द्र भाकर के अनुसार हमारे देश के चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े विविध व्यक्तियों, पुलिस और सुरक्षा बलों, रेल कर्मियों, हाउस कीपिंग और सैनिटाइजेशन वर्कर्स, दैनिक आवश्यकता एवं अत्यावश्यक वस्तुओं के विक्रेताओं ने कोरोनावायरस के खिलाफ जंग में असीम धैर्य एवं साहस का परिचय दिया है। इन सभी व्यक्तियों ने जरूरतमंदों तक सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए हर प्रकार की मुश्किलों का बहादुरी से सामना किया है। इन्होंने संकट की ऐसी स्थिति में उत्कृष्ट कार्य करके अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। कोरोना योद्धाओं के रूप में विख्यात इन फ्रंटलाइन स्टाफ के प्रति आभार व्यक्त करने की दृष्टि से पश्चिम रेलवे द्वारा माहिम रेलवे स्टेशन के विस्तृत बाहरी अग्रभाग का देश के इन सच्चे वीर सपूतों के भित्ति चित्रों से सौंदर्यीकरण किया गया है। देश के इन वीर सपूतों ने इस अप्रत्याशित आपदा को नियंत्रित करने में वीरता पूर्वक हरसम्भव प्रयास किये हैं। ये भित्ति चित्र स्टेशन के दोनों प्रवेश द्वारों की दीवारों अर्थात रेलवे की इमारत की बाहरी चहारदीवारी के साथ-साथ इसके बाहरी अग्रभाग पर बनाये गये हैं। भाकर ने बताया कि माहिम स्टेशन पर चलाये गये “हीरोज ऑफ मुंबई” प्रोजेक्ट से न केवल स्टेशन के सौंदर्य में वृद्धि हुई है; बल्कि यह कोविड-19 के योद्धाओं के प्रति एकजुटता एवं कृतज्ञता व्यक्त करने का एक अद्भुत माध्यम भी सिद्ध हुआ है। हमें बहुत गर्व है कि हम सीएसआर पहल के अंतर्गत इस अद्भुत कलाकृति के लिए ‘एशियन पेंट्स' और एनजीओ एस टी+ आर्ट इंडिया से जुड़े। उन्होंने कहा कि इसके साथ हम आगे भी पश्चिम रेलवे के विभिन्न उपनगरीय स्टेशनों पर इसी प्रकार के अन्य कई सौंदर्यीकरण अभियानों से जुड़ने की आशा करते हैं। ये कलाकृतियां इस विकट स्थिति में कोविड-19 के घातक हमलों से हमारी रक्षा करने वाले समस्त ‘फ्रंटलाइन वर्कर्स' को समर्पित हैं और इन के माध्यम से हम सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स को अपना हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। अब जबकि अनलॉक 1.0 की घोषणा कर दी गई है, तो मुंबई की जीवन रेखा होने के नाते पश्चिम रेलवे पर बनाई गई यह कलाकृति लोगों को कोरोना कर्मयोद्धाओं के कठिन परिश्रम को याद करने तथा सोशल डिस्टेंसिंग, स्वच्छता एवं साफ-सफाई के नियमों का पालन करने की प्रेरणा देने में मुख्य भूमिका निभायेगी। भाकर ने अवगत कराया कि इस ऐतिहासिक स्टेशन पर आधुनिक सुख सुविधाएं विकसित करने पर विशेष रूप से ध्यान देते हुए माहिम रेलवे स्टेशन पर हाल ही में कई महत्वपूर्ण निर्माण कार्य किए गए हैं। इन निर्माण कार्यों के अंतर्गत 10 मीटर चौड़े और लगभग 175 मीटर लम्बे पैदल ऊपरी पुल का निर्माण मुंबई रेल विकास निगम द्वारा किया गया तथा 3.6 मीटर चौड़े और लगभग 80 मीटर लंबे स्काईवॉक का भी निर्माण किया गया, जिसे एमसीजीएम द्वारा निर्मित पैदल ऊपरी पुल और दक्षिण में एमआरवीसी द्वारा निर्मित पैदल ऊपरी पुल से जोड़ा गया है। माहिम स्टेशन की चहारदीवारी अत्यंत खराब और टूटी-फूटी स्थिति में थी, जिसकी पहले मरम्मत की गई और बाद में उसे पेंटिंग के लिए दे दिया गया। वर्तमान में माहिम स्टेशन पर कुल 4 पैदल ऊपरी पुल, 3 बुकिंग कार्यालय काउंटर और 1 पीआरएस काउंटर की व्यवस्था है। इन भित्ति चित्रों की डिजाइनिंग गुजराती स्ट्रीट आर्टिस्ट डो ( निकुंज प्रजापति) द्वारा तैयार की गई और 15 दिनों के समय अंतराल में उस्ताद मुनीर बुखारी द्वारा इसे जीवंत रूप प्रदान किया गया। रंग बिरंगी पृष्ठभूमि वाली दीवार पर डो ( निकुंज प्रजापति) द्वारा बनाये गये चित्र एक ही रंग के होने के बावजूद अलग दिखाई पड़ते हैं। हालांकि उसमें चित्रित प्रत्येक व्यक्ति को अपने व्यवसाय में अत्यंत मग्न दिखाया गया है। पश्चिम रेलवे पहले भी चर्चगेट स्टेशन के बाहरी अग्रभाग पर बने महात्मा गांधी के विशाल एवं रंगीन भित्ति चित्र बनाने के लिए St+art के साथ साझेदारी कर चुकी है। पब्लिक स्पेस में आर्ट प्रोजेक्ट के तौर पर अनूठी कलाकृतियां बनाने का एकमात्र उद्देश्य कला को परम्परागत गैलरी से बाहर लाकर बड़ी संख्या में दर्शकों तक और शहर की आम जनता तक इस वास्तविक उद्देश्य को अपनी कला के माध्यम से पहुंचाना है। इस अवसर पर एशियन पेंट्स लिमिटेड के एमडी एवं सीईओ अमित सिंगल ने बताया कि माहिम जंक्शन पर “हीरोज ऑफ मुंबई” प्रोजेक्ट सभी असाधारण व्यक्तियों को धन्यवाद देने का एक बेहतर तरीका है, जिन्होंने इस संकट की घड़ी में दूसरों की सेवा करने और सुरक्षा करने में अपने आप को जोखिम में डाला है। इन भित्ति चित्रों को बनाने का उद्देश्य इस महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ने में कोरोना योद्धाओं के योगदान को याद रखने के अतिरिक्त पब्लिक स्पेस को कला एवं सामाजिक विषयों से जगमगा देना है और देश भर में समाज से जुड़े पब्लिक आर्ट प्रोजेक्ट का सृजन करना भी है। हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप/ राजबहादुर-hindusthansamachar.in

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