बीसीसीआई की आईपीएल स्पॉन्सर वीवो के साथ संबंध समाप्त करने की कोई योजना नही : धूमल
बीसीसीआई की आईपीएल स्पॉन्सर वीवो के साथ संबंध समाप्त करने की कोई योजना नही : धूमल

बीसीसीआई की आईपीएल स्पॉन्सर वीवो के साथ संबंध समाप्त करने की कोई योजना नही : धूमल

नई दिल्ली,19 जून (हि.स.)।भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने स्पष्ट किया है कि बीसीसीआई की वर्तमान आईपीएल टाइटल स्पॉन्सर वीवो के साथ अपने संबंध को समाप्त करने की कोई योजना नहीं है। धूमल ने कहा, "बीसीसीआई अगले चक्र के लिए अपनी स्पॉन्सरशिप नीति की समीक्षा करने के लिए खुला है, लेकिन बोर्ड की वर्तमान आईपीएल टाइटल स्पॉन्सर वीवो के साथ अपने संबंध को समाप्त करने की कोई योजना नहीं है, क्योंकि चीनी कंपनी से आने वाला पैसा भारतीय अर्थव्यवस्था की मदद कर रहा है।" बता दें कि गलवान घाटी में सीमा पर टकराव के बाद देश मे चीन विरोधी माहौल चल रहा है और चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने का आह्वान किया जा रहा है, लेकिन धूमल ने कहा कि चीनी कंपनियां आईपीएल जैसी भारतीय प्रतियोगिताओं को प्रायोजित करती हैं, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को काफी फायदा होता है। 2022 में समाप्त होने वाले विवो के साथ बीसीसीआई का पांच साल का करार सालाना 440 करोड़ रुपये का है। धूमल ने कहा कि भविष्य में, हम चीनी कंपनियों से बीसीसीआई के बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए कोई अनुबंध नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि वीवो के आईपीएल प्रायोजन को सही परिप्रेक्ष्य में देखने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "हमें समझना होगा कि हम चीन के हित के लिए चीनी कंपनी के सहयोग की बात कर रहे हैं या भारत के हित के लिए चीनी कंपनी से मदद ले रहे हैं। हम एक चीनी कंपनी से पैसा ले रहे हैं, ऐसा नहीं है कि हम किसी चीनी कंपनी को पैसा दे रहे हैं।" धूमल ने आगे कहा कि जब तक ये चीनी कंपनियां भारत में कारोबार कर रही हैं तब तक कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि इस पैसे को वापस चीन ले जाने की संभावना बिल्कुल नहीं है, अगर वह पैसा यहां बरकरार है, तो हमें इसके बारे में खुश होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि सोमवार की रात भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में कुल 76 सैनिक ज़ख़्मी हुए थे।इनमें से किसी भी हालत गंभीर नहीं है। 18 सैनिक लेह के अस्पताल में भर्ती हैं और बाक़ी के 56 अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। सोमवार को चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में कुल 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील-hindusthansamachar.in

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