दिल्ली में फंसे मजदूरों के लिए बांदा से 10 बसें कानपुर रवाना
दिल्ली में फंसे मजदूरों के लिए बांदा से 10 बसें कानपुर रवाना बांदा, 28 मार्च (हि.स.)। कोरोना वायरस के प्रकोप से पूरा देश अचानक लॉकडाउन हो जाने हो जाने और काम बंद हो जाने से दिल्ली में हजारों मजदूर फंसे हुए हैं। इनमें बड़ी संख्या में लोग पैदल घर लौट रहे हैं या मदद की गुहार लगा रहे हैं। ऐसे ही मजदूरों को वापस लाने के लिए बांदा डिपो की 10 बसें कानपुर रवाना की गई हैं। जबकि लखनऊ से भरतकूप चित्रकूट आ गए 140 छात्रों को बांदा लाने के लिए तीन बसें रवाना की गई हैं। दिल्ली में रहकर मजदूरी का काम करने वाले हजारों लोग अचानक लॉकडाउन हो जाने से परेशान हो गए, उन्हें भरोसा था कि जल्दी ही स्थितियां सामान्य हो जाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फैक्टरी भी बंद हो गई, जिससे मजदूरों के सामने खाने के लाले पड़ गए हैं। इसके चलते वह अपने घरों को वापस होने के लिए मजबूर हो गए हैं। ऐसे मजदूरों की संख्या दिल्ली में हजारों बताई जा रही है इस संबंध में परिवहन विभाग के डीआरएम परमानंद ने बताया कि मजदूरों को वापस लाने के लिए दिल्ली में 1000 बसों की मांग की गई है। इनमें से चित्रकूट मंडल से बांदा, हमीरपुर, राठ व महोबा डिपो की 10-10 बसें कानपुर भेजी जा रही हैं। फंसे हुए मजदूरों को दिल्ली सरकार द्वारा कानपुर भेजा जाएगा और कानपुर से उन मजदूरों को वापस लाया जाएगा। उन्होंने उन्होंने यह भी बताया कि इसी तरह करीब 140 छात्र लखनऊ में फंसे हुए थे, जो किसी साधन से भरतकूप (चित्रकूट) तक पहुंच गए हैं। उन्हें बांदा वापस लाने के लिए तीन बसें रवाना की गई हैं। हिन्दुस्थान समाचार/अनिल-hindusthansamachar.in