बनारसी लंगड़ा आम के बाद चंदौली का काला चावल भी आस्ट्रेलिया को निर्यात होगा
बनारसी लंगड़ा आम के बाद चंदौली का काला चावल भी आस्ट्रेलिया को निर्यात होगा

बनारसी लंगड़ा आम के बाद चंदौली का काला चावल भी आस्ट्रेलिया को निर्यात होगा

-सुखबीर एग्रो एनर्जी लिमिटेड को 80 मी. टन काला धान बेचा गया वाराणसी, 22 जून (हि.स.)। बनारसी लंगड़ा आम को दुबई और लंदन निर्यात करने के बाद चंदौली के काला चावल को भी विदेश भेजने की तैयारी है। इसके लिए वाराणसी परिक्षेत्र के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कमर कस लिया है। सोमवार को चंदौली पहुंचे कमिश्नर ने कहा कि चंदौली धान का कटोरा के रूप में पहले से ही जाना जाता है, अब देश व विदेश में काला चावल निर्यातक के रूप में चंदौली को एक अलग पहचान दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि खरीफ सीजन में समुचित प्रशिक्षण लेकर किसान अधिक से अधिक काला धान की खेती करें, काला धान की उपज का निर्यात होने पर और भी अच्छा मूल्य मिलेगा। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि आगे आने वाले समय में किसानों द्वारा खुद विक्रय सीधे खरीदारों को किया जायेगा। इसमें कहीं भी बिचौलियों की भूमिका नहीं होगी। इससे किसानों को सीधे लाभ मिलेगा। इस दिशा में प्रशासन द्वारा प्रयास जारी हैं। उन्होंने किसानों से कहा कि काला चावल निर्यातक के लिए एक सशक्त समिति बनाएं और अच्छी गुणवत्ता वाले चावल के निर्यातक में आगे आये। काला चावल की उचित पैकेजिंग किया जाय, ताकि इसे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी उतारा जाय। चंदौली जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बताया कि जनपद में उत्पादित काला धान का सफलतापूर्वक विक्रय किया जा रहा है। आगे हमें और मजबूती से काला धान की खेती कर धान की ब्रांडिंग की आवश्यकता है। समय-समय से कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा किसानों से संपर्क कर प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि अन्य किसान काला धान की फसलें लगाकर अपनी आय में बढ़ोतरी कर सके। इसके पहले कमिश्नर ने काले धान से लोड ट्रकों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही उन्होंने सुखबीर एग्रो एनर्जी लिमिटेड से प्राप्त धनराशि रु0-68 लाख का डेमो चेक समिति के सदस्यों को प्रदान किया। कमिश्नर ने कृषि विभाग एवं जिला प्रशासन के इस कार्य की सराहना की । सुखबीर एग्रो एनर्जी लिमिटेड के महाप्रबंधक ने बताया कि क्रय किए गए काले धान से निर्मित काले चावल को आस्ट्रेलिया निर्यात किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कृषकों को यह भी आश्वासन दिया कि निर्यात की मांग के आधार पर अगले वित्तीय वर्ष में गुणवत्तापूर्ण धान और अधिक मूल्य पर क्रय किया जाएगा। उप कृषि निदेशक ने बताया कि आगामी वर्ष में जनपद में लगभग 500 हेक्टेयर में पूर्णतः जैविक एवं गुणवत्तापूर्ण काला धान का उत्पादन प्राप्त करने हेतु कृषकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। बताते चले नवीन कृषि मंडी में ''चंदौली काला चावल समिति'' के सदस्यों ने जनपद में उत्पादित 80 मी0 टन काला धान सुखबीर एग्रो एनर्जी लिमिटेड गाज़ीपुर को रु0- 85 प्रति किग्रा की दर से विक्रय किया । इस दौरान जिले के मुख्य विकास अधिकारी डॉ अभय कुमार श्रीवास्तव, उप जिलाधिकारी सदर विजय कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी मुगलसराय कुमार हर्ष, उपायुक्त उद्योग गौरव मिश्रा आदि भी मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/दीपक-hindusthansamachar.in

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