सावधान, सोशल मीडिया पर प्रचारित इम्युनिटी बूस्टर फार्मूले बिगाड़ सकते हैं आपकी सेहत -विशेषज्ञ से परामर्श के बाद ही लें काढ़ा व अन्य आयुर्वेदिक औषधि :डॉ. राणा

सावधान, सोशल मीडिया पर प्रचारित इम्युनिटी बूस्टर फार्मूले बिगाड़ सकते हैं आपकी सेहत  -विशेषज्ञ से परामर्श के बाद ही लें काढ़ा व अन्य आयुर्वेदिक औषधि :डॉ. राणा
सावधान, सोशल मीडिया पर प्रचारित इम्युनिटी बूस्टर फार्मूले बिगाड़ सकते हैं आपकी सेहत -विशेषज्ञ से परामर्श के बाद ही लें काढ़ा व अन्य आयुर्वेदिक औषधि :डॉ. राणा

गाजियाबाद, 25 जून (हि.स.)। कोरोना काल में यदि आप सोशल मीडिया पर प्रचारित इम्युनिटी बूस्टर (रोग प्रतिरोधक शक्ति ) बढ़ाने के लिए सेवन करते हैं तो आप सावधान हो जाएं । चूँकि ये आपके शरीर की इम्युनिटी पावर बढ़ाने के बजाए आपकी की सेहत को बिगाड़ भी सकते हैं इस लिए आप किसी भी सूरत में बिना विशेषज्ञ की परामर्श के बिना इनका सेवन ना करें । यहां तक कि काढ़ा भी विशेषज्ञ की परामर्श के बाद ही लें । यह सलाह है गाजियाबाद व हापुड़ के क्षेत्रीय आयुर्वेदिक / यूनानी अधिकारी डॉ.अशोक राणा की। डॉ. अशोक राणा ने बताया कि कोरोना काल में सोशल मीडिया पर कुछ लोग आयुष मंत्रालय भारत सरकार व आयुष विभाग प्रदेश सरकार द्वारा प्रचारित फार्मूले से अलग औषधियों के बारे में या उनकी मात्रा के बारे में भ्रांति फैला रहे हैं, जिनका प्रयोग सेहत को बिगाड़ सकता है। उन्होंने कहा कि आयुष क्वाथ इम्युनिटी के लिए लाभदायक है लेकिन इसमें प्रयोग होने वाली जड़ी बूटियों की मात्रा, बनाने की विधि, प्रयोग की मात्रा सब निश्चित है। उप्र सरकार के आयुष विभाग द्वारा निर्मित आयुष कवच मोबाइल एप पर यह सब जानकारी उपलब्ध हैं । आयुष कवच एप पर अन्य फार्मूले जो क़ि स्थानीय रूप से जड़ी बूटी की आसान उपलब्धता के अनुसार बनाए गये हैं, वे भी उपलब्ध हैं। दवाइयों की मात्रा, काढ़े की मात्रा में फेरबदल करने से स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं, इस लिए गाइडलाइन के अनुरूप ही काढ़े का निर्माण व सेवन करें। यदि आप किसी अन्य रोग की चिकित्सा ले रहे हैं तो यह उत्तम होगा कि आप काढ़ा सेवन से पूर्व किसी आयुर्वेद चिकित्सक से सलाह ले लें । ऐसा देखने में आ रहा है क़ि कुछ लोग शीघ्र लाभ के लिए अनेक जड़ी बूटियों का असंतुलित मिश्रण ले रहे हैं या बताई गयी मात्रा से सेवन कर रहे हैं। डॉ अशोक सलाह देते हैं कि दही, छाछ, खट्टे फल, अरबी, पत्ते वाली सब्जी, उड़द, राजमा, छोले, बासमती चावल, गुड़, चिल्ड पानी, कोल्ड ड्रिंक, पकवान, सलाद, बिना उबला या बिना पका भोजन, तरबूज, सुबह को दूध, दूध व फलों के साथ बने पदार्थ जैसे मैंगो शेक, रखा हुआ पानी जैसे घड़ा/ बोतल का पानी, फ्रिज में रखा हुआ खाना आदि का सेवन ना करें। उनका कहना है कि गर्म या सादा पानी, मूँग, मसूर, चना, अरहर, परवर, लौकी, तोरी, कढ़ी, प्याज, लहसुन, हरी मिर्च, मोटा चावल, गेंहू व चने के आटे की रोटी, भिंडी, दलिया, उपमा, पोहा का सेवन करें जो सेहत के लिए काफ़ी लाभ दायक है । साथ ही दूध के साथ नमकीन या नमक युक्त पदार्थ, दूध के साथ फल, चाय के साथ नमकीन, रात के समय फल, भोजन के बाद चाय या ठंडा पानी एक साथ ना लें । हिन्दुस्थान समाचार /फरमान अली-hindusthansamachar.in

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