नई दिल्ली। देशभर में गरीब परिवारों को सस्ती दर पर अनाज मिल सके, यह सुनिश्चित करने के लिए राशन कार्ड जारी किया जाता है। राशन कार्ड (Ration Card) को लेकर अक्सर आम आदमी के मन में कई सवाल उठते हैं। आज हम इसी के बारे में आपको विस्तार से जानकारी देंगे।
राज्य सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले राशन कार्ड (Ration Card) तीन प्रकार के होते हैं। पहला गरीबी रेखा के ऊपर वाले परिवारों को दिया जाता है, जिसका रंग पीला होता है। दूसरा गरीबी रेखा के नीचे वाले परिवारों को दिया जाता है, जो सफेद रंग का होता है। आखिर में आता है गुलाबी रंग का कार्ड, जो अन्त्योदय अन्न श्रेणी के परिवारों को दिया जाता है। राशन कार्ड पर संबंधित राज्य की सरकार का लोगो लगा होता है।
तकनीक जैसे-जैसे विकसित हो रही है, वैसे-वैसे सरकार भी जमाखोरी व बिचौलियों पर लगाम लगाने के लिए कदम उठा रही है। इसी के तहत कई राज्यों में अब राशन की दुकानों पर बॉयोमेट्रिक फिंगरप्रिंट लगाने के बाद ही राशन दिया जाता है। इसके लिए राशन कार्ड धारकों को अपने पूरे परिवार के आधार कार्ड को इससे लिंक करवाना होता है। राशन कार्ड (Ration Card) का आधार से लिंक होने के बाद नकली राशन कार्ड बनने की समस्या भी खत्म हो जाती है। इसके साथ ही राशन सिर्फ उक्त परिवार के व्यक्ति को ही मिलता है।
राशन कार्ड (Ration Card) के वैसे तो कई फायदे हैं। आर्थिक रूप से कमजोर यानी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यावन करने वाले परिवारों के लिए ही खासतौर पर राशन कार्ड की व्यवस्था की गई है। इसके तहत इन परिवारों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत सस्ती दरों पर अनाज उपलब्ध कराया जाता है।
वैसे राशन कार्ड (Ration Card) आपकी पहचान का भी एक अहम दस्तावेज है। राशन कार्ड को आप सरकारी कार्यों में पहचान पत्र या फिर एड्रेस प्रूफ के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। नया गैस कनेक्शन लेना हो या फिर बैंक में खाता खुलवाना, ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना हो या सिम कार्ड लेना, ऐसी जगहों पर आप राशन कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं।