तब्लीगी जमात में असम से 216 लोग हुए थे शामिल

तब्लीगी जमात में असम से 216 लोग हुए थे शामिल

- तब्लीगी जमात में शामिल होकर असम लौटे लोग पहचान छिपाने के बजाय जांच कराएं: डॉ. हिमंत विश्वशर्मा अरविन्द राय नगांव (असम), 31 मार्च (हि.स.)। वैश्विक महामारी को रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकार बार-बार लोगों से भीड़ जमा न करने का आह्वान कर रही है लेकिन इसके बावजूद दिल्ली के पश्चिम निजामुद्दीन इलाके में तब्लीगी जमात का धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस जमात में शामिल 200 लोगों के कोरोना पॉजटिव होने का संदेह जताया गया है। असम सरकार को दिल्ली सरकार से जानकारी दी गई है जिसके अनुसार जमात में शामिल होने वाले असम के 216 लोग दिल्ली में हैं जिन्हें आइसोलेट किया गया है। असम सरकार के स्वास्थ्य राज्य मंत्री पीयूष हजारिका मंगलवार को नगांव जिला सदर अस्पताल में कोरोना से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने बताया कि राज्य से कुल 216 लोग नई दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तब्लीगी जमात में शामिल होने गए थे। उन्होंने बताया कि अकेले 28 लोग नगांव जिला से गए थे। तब्लीगी जमात में शामिल होने वालों के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी मिलने पर राज्य सरकार तुरंत हरकत में आ गई। सरकार ने तुरंत दिल्ली सरकार-प्रशासन और विभागीय अधिकारियों से संपर्क करके अपनी चिंताओं से अवगत कराया। सरकार यह पता लगाने में जुट गई है कि कितने लोग तब्लीगी जमात में शामिल होने के बाद असम लौटे हैं। हालांकि माना जा रहा है कि यह संख्या अधिक हो सकती है। अगर जमात से कुछ लोग असम में आ गए हैं तो उन्होंने अपनी पहचान छुपा ली है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा ने तब्लीगी जमात में शामिल होकर असम लौटे लोगों का आह्वान किया है कि वे तुरंत अपने नजदीकी अस्पतालों में पहुंचकर अपनी जांच कराएं। साथ ही अगर नहीं पहुंच पाते हैं तो तुरंत 104 पर फोनकर अपने बारे में बताएं। अगर जिस किसी ने भी अपनी पहचान छुपाई तो यह अपराध होगा। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in

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