सेना ने उल्फा (आई) के भर्ती अभियान को किया नाकाम
सेना ने उल्फा (आई) के भर्ती अभियान को किया नाकाम

सेना ने उल्फा (आई) के भर्ती अभियान को किया नाकाम

- चार युवाओं को गलत रास्ते पर जाने से बचाया शिवसागर, 15 जून (हि.स.)। सेना की माइबेला सेना शिविर के जवानों ने सोमवार तड़के एक बड़ी सफलता की है। सेना के जवानों ने एक ऑपरेशन चलाते हुए प्रतिबंधित संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट आफ असम (उल्फा) स्वाधीन (आई) द्वारा अपने संगठन के लिए चलाए जा रहे एक प्रमुख भर्ती अभियान को नाकाम कर दिया। इस अभियान के तहत शिवसागर जिला के चार युवाओं को गलत रास्ते पर जाने से बचा लिया गया। उल्फा (आई) द्वारा ऊपरी असम के विभिन्न इलाकों में लिंकमैन के जरिए युवाओं को बरगला कर संगठन में भर्ती करने का प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में मिले पुख्ता जानकारी के आधार पर सेना ने अभियान चलाया। मिली जानकारी के अनुसार उग्रवादी समूह में शामिल होने के लिए चार युवाओं को नगालैंड ले जाया जा रहा था। सूचना मिलते ही सेना के जवानों ने शिवसागर और चराईदेव जिला पुलिस के साथ मिलकर उग्रवादियों को मंसूबों को नाकाम कर दिया। 10 जून को नामसाई में एक घर में कुछ युवाओं की उपस्थिति के बारे में सूचनाएं मिलीं और उन्हें कैडर के रूप में भर्ती करने की योजना बनाई गई। 13 जून की रात को सेना और असम पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से ऑपरेशन शुरू किया गया था। संदिग्ध के घर की पहचान करके उस पर कड़ी निगरानी रखी गयी। पुष्टि के बाद घर को 14 जून की रात को सेना व पुलिस के जवानों ने घेर लिया। विलेज डिफेंस पार्टी (वीडीपी) और गांवबूढ़ा की सहायता लेते हुए मकान मालिक को घर से बाहर बुलाया गया और पूछताछ की गई। पूछताछ में मकान मालिक ने अपने घर पिछले तीन दिनों से चार व्यक्तियों और हथियारों की उपस्थिति की पुष्टि की। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि समूह का नेतृत्व एक व्यक्ति द्वारा किया गया था। जिसने घर में राशन और हथियार रखकर जल्द वापस लौटने की बात कही थी। हालांकि, वह व्यक्ति तीन दिन बीतने के बाद भी नहीं लौटा। उसने घर के मालिक को भी धमकी दी कि वह किसी को भी इस मामले की सूचना देगा तो उसे इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा। घर में मौजूद चारों युवाओं को गलत रास्ते पर जाने से पहले ही सेना व पुलिस के जवानों ने बचा लिया। मौके से दो राइफल और लिंकमैन द्वारा छोड़े गए राशन की बरामदगी की गई। चारों युवक 15 से 18 वर्ष के बीच के बताए गए हैं। चारों युवक चराईदेव व जोरहाट जिला के रहने वाले बताए गए हैं। सुरक्षा बलों की चौकी के कारण उग्रवादी संगठन उल्फा (आई) को एक बड़ा झटका लगा है। संगठन ऊपरी असम में स्वयं को पुनर्जीवित करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। सूत्रों से पता चला है कि सुरक्षा बल अब उन लिंकमैनों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं जो इस भर्ती अभियान में शामिल थे। चारों युवकों की काउंसलिंग की जा रही है और उन्हें मुख्यधारा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/सुनीत-hindusthansamachar.in

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