लॉकडाउन अमेठी: दिहाड़ी मजदूर नमक-रोटी खाने को विवश, डीएम बोले कम्युनिटी कीचन से पहुंच रहा डोर-टू-डोर भोजन

लॉकडाउन अमेठी: दिहाड़ी मजदूर नमक-रोटी खाने को विवश, डीएम बोले कम्युनिटी कीचन से पहुंच रहा डोर-टू-डोर भोजन

लॉकडाउन अमेठी: दिहाड़ी मजदूर नमक-रोटी खाने को विवश, डीएम बोले कम्युनिटी कीचन से पहुंच रहा डोर-टू-डोर भोजन अमेठी, 28 मार्च (हि.स.)। कोरोना वायरस के बचाव में चल रहे लाकडाउन का शनिवार को चौथा दिन है। अमेठी में इस लाकडाउन का दिहाड़ी मजदूरों के परिवार पर सीधा असर पड़ना शुरू हो गया है। तहसील अमेठी से पेश है एक ग्राउंड रिपोर्ट, जहां कोरारी गिरधर शाह में दिहाड़ी मजदूर अब नमक-रोटी खाने को मजबूर हैं। कोतवाली क्षेत्र अमेठी के कोरारी गिरधर शाह निवासी दिहाड़ी मजदूर मनीलाल ने बताया कि समस्या बहुत है, गांव में दिहाड़ी मिल नहीं रही पुलिस वाले निकलने नहीं दे रहे। जो घर में रखे तो वो तीन दिन में खा लिया। आगे चलकर और दिक्कत है अगर सरकार हमारी सहायता नहीं करेगी तो हम क्या खाएंगे? घर में जो नमक रोटी है वो खा रहे लेकिन सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं पहुंची। मनीराम की पत्नी सीता बताती हैं कि तीन दिन तो लड़को को लेक घर में बिताया और खिलाया। अब घर में पैसा खत्म है। एक-एक रुपया के मोहताज हैं, न सरकार न कोई नेता न प्रधान कोई एक मदद करने के लिए नहीं आया। इसी गांव के दिहाड़ी मजदूर संतोष कुमार कश्यप ने बताया घर से जो निकलते थे और दिहाड़ी करते थे अब घर से निकलने नहीं दिया जा रहा है। जो पहले से कमाकर दो-चार हजार रुपए घर में रखा था उसी से घर का खर्च चल रहा था अब वो भी खत्म होने वाला है। सरकार के आदेश के बाद कोटेदार से जो राशन मिलना था वो भी हम लोगों को नहीं मिला। दिहाड़ी मजदूर राज कुमार कश्यप ने बताया कि हम लोग बहुत परेशानी मे हैं, कुछ समझ में नहीं आ रहा है। काम मिल नहीं रहा है, घर में नमक रोटी खा रहे हैं। अब तो खेती बारी भी नहीं करने को मिल रहा है। अब सरकार का आसरा है अगर देगी तो ठीक, नहीं तो कैसे जीवन यापन करेंगे। इस क्रम में अमेठी डीएम अरुण कुमार ने बताया कि लाकडाउन के दौरान जनपद स्तर पर सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। जिन लोगों के पास भोजन की व्यवस्था नहीं है, उनके लिए कम्युनिटी किचन और स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। डीएम ने बताया कि गरीब मजदूर और राहगीरो को कही भूख से ना सोना पड़े जिसके लिये हम लोगों ने कम्युनिटी कीचन शुरू किये हैं जिसके माध्यम से लोगों को डोर टू डोर खाने की व्यवस्था की गई है इसके लिये नम्बर भी जारी किया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/असगर/राजेश-hindusthansamachar.in

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