प्रदेश में आये कामगारों के श्रम से उप्र का होगा नव निर्माण-योगी आदित्यनाथ
प्रदेश में आये कामगारों के श्रम से उप्र का होगा नव निर्माण-योगी आदित्यनाथ

प्रदेश में आये कामगारों के श्रम से उप्र का होगा नव निर्माण-योगी आदित्यनाथ

लखनऊ, 13 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि मानव संसाधन उद्योग जगत की रीढ़ है। यही रीढ़ अब बड़ी संख्या में श्रमिक के रूप में प्रदेश में उपलब्ध है। श्रमिकों ने अपने पसीने से समाज व राष्ट्र का निर्माण किया है। प्रदेश में आये कामगारों और श्रमिकों के श्रम से अब उत्तर प्रदेश का नव-निर्माण होगा। औद्योगिक विकास और एमएसएमई विभाग कामगारों को रोजगार के लिए सम्भावनाएं तलाशे मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने औद्योगिक विकास विभाग तथा एमएसएमई विभाग को कामगारों को रोजगार देने के सम्बन्ध में सभी सम्भावनाएं तलाशने के निर्देश देते हुए कहा कि औद्योगिक इकाइयों तथा सेवा प्रदाता संगठनों को मैन पावर आपूर्ति के सम्बन्ध में एक एप विकसित किया जाए। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे में काम जारी मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि कामगारों की सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा की दिशा में भी कार्य किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि इन्हें बीमा कवर अवश्य उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार की विकास योजनाओं को तेजी से संचालित करते हुए कामगारों को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराये जाए। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं का निर्माण कार्य तेज गति से जारी है। मेडिकल वेस्ट के समुचित निस्तारण के हों प्रबन्ध मुख्यमंत्री ने सभी कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाये रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में भर्ती रोगियों की लगातार मॉनिटरिंग की जाए। डाॅक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ नियमित राउण्ड लें। उन्होंने कहा कि गन्दगी संक्रमण का कारण बनती है। इसके मद्देनजर चिकित्सालयों में साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए मेडिकल वेस्ट के समुचित निस्तारण के सभी प्रबन्ध किये जाएं। कोविड चिकित्सालयों में ऑक्सीजन की हो निर्बाध आपूर्ति मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि पल्स ऑक्सीमीटर के माध्यम से कोरोना मरीज के ऑक्सीजन स्तर की समय-समय पर जांच की जाए। निर्धारित स्तर से कम ऑक्सीजन पाये जाने पर रोगी को तुरन्त ऑक्सीजन दी जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना के गम्भीर रोगियों के लिए ऑक्सीजन अत्यन्त आवश्यक हो जाती है। इसलिए कोविड चिकित्सालयों में प्रत्येक दशा में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। सभी वेंटिलेटरों को क्रियाशील रखा जाए। इनके संचालन के लिए प्रशिक्षित डाॅक्टरों तथा पैरामैडिक्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कोविड-19 से होने वाली मृत्यु की दर को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश भी दिये। कोरोना के खिलाफ जंग अदृश्य शत्रु के साथ युद्ध के समान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग एक अदृश्य शत्रु के साथ युद्ध के समान है। जब तक इस महामारी के उपचार के लिए कोई कारगर दवा अथवा वैक्सीन विकसित नहीं हो जाती, तब तक कोरोना से बचाव ही इसका एक मात्र उपचार है। इसलिए लोगों को कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित रहने के सम्बन्ध में जागरूक किया जाए। इसके लिए विभिन्न संचार माध्यमों का उपयोग करते हुए जनता को कोरोना से बचाव तथा शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के उपाए बताये जाए। लोगों को अवगत कराया जाए कि प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के सम्बन्ध में आयुष मंत्रालय, भारत सरकार की एडवायजरी के अनुरूप आहार लें। अनलाॅक के दौरान भी अनुशासन के साथ रहना जरूरी मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन को यह भी बताया जाए कि इस रोग के लक्षणों को छिपाने से इसका उपचार सम्भव नहीं, इसलिए इसके लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त करें। उन्होंने आरोग्य सेतु एप तथा 'आयुष कवच-कोविड' एप को डाउनलोड करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किये जाने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए अनलाॅक व्यवस्था के दौरान भी पूरे अनुशासन के साथ रहना आवश्यक है। इसलिए शारीरिक दूरी का पूर्ण पालन कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग मास्क का अवश्य उपयोग करें। उन्होंने निर्देश दिये कि पुलिस बल सघन पेट्रोलिंग करते हुए कहीं भी भीड़ एकत्र न होने दे। हिन्दुस्थान समाचार/संजय/राजेश-hindusthansamachar.in

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