भुवनेश्वर के बारे में जानकारी - Bhubaneswar in Hindi

भुवनेश्वर के बारे में जानकारी - Bhubaneswar in Hindi

भुवनेश्वर (Bhubaneshwar) भारत के ओडिसा राज्य की राजधानी है। प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण इस शहर का नाम यहाँ स्थित त्रिभुवनेश्वर मंदिर (Tribhuvaneswar Temple) पर ही रखा गया है। यहाँ 500 से भी ज्यादा मंदिर मौजूद हैं इसलिए इसे "मंदिरों का शहर" भी कहा जाता है। यह वही स्थान है जहाँ तीसरी शताब्‍दी ईसा पूर्व में प्रसिद्ध कलिंग की लड़ाई लड़ी गई थी जिसके बाद यहीं सम्राट अशोक एक लड़ाकू योद्धा से बौद्ध अनुयायी बन गए। पूर्व का काशी कहा जाने वाला यह शहर करीब 135 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। शहर में पर्यटक प्राकृतिक सुंदरता के साथ साथ, मंदिरों, रहस्यमयी गुफाओं, प्राणी उद्यान (Zoological Park), संग्रहालय, धौलगिरी शांति स्तूप (Dhauligiri Shanti Stupa) आदि दर्शनीय स्थानों का आनंद ले सकते हैं।

भुवनेश्वर के बारे मे -

भुवनेश्वर शॉपिंग के दीवानों के लिए एक बहुत आकर्षक स्थान है। पर्यटक यहाँ से पत्ता पेंटिंग्स (Patta paintings), पत्‍थर और सींग से बने खूबसूरत सामान, रेशम और कपास से बने कपड़े, पैचवर्क (Patchwork), बांस से बनी टोकरियाँ आदि चीजें खरीद सकते हैं।

भुवनेश्वर की यात्रा सुविधाएं -

  • यात्रा के दौरान पर्यटक पहचान पत्र अपने साथ अवश्य रखें
  • भीड़- भाड़ इलाके में कीमती चीजें लेकर न जाएं

भुवनेश्वर का इतिहास -

भुवनेश्वर शहर का इतिहास लगभग 2000 वर्ष से भी अधिक पुराना है। यह क्षेत्र सबसे पहले कलिंग की  प्राचीन राजधानी के तौर पर उभरा था। 1936 में, ओडिशा (उड़ीसा) एक अलग प्रांत बन गया, जिसकी राजधानी "कटक" (Cuttack) थी। इसके बाद 1956 में भुवनेश्वर को ओडिशा की राजधानी बना दिया गया। 

भुवनेश्वर की सामान्य जानकारी -

  • राज्य - ओडिशा 
  • स्थानीय भाषाएँ - उड़िया, हिन्दी और अंग्रेजी 
  • स्थानीय परिवहन -  बस, ऑटो रिक्शा, रिक्शा और टैक्सी
  • पहनावा - यहाँ की महिलाएं साड़ी और सलवार कमीज पहनती हैं जबकि यहाँ के पुरुषों का पारंपरिक परिधान धोती कुर्ता है। 
  • खान-पान – पखाल भात यहाँ का एक लोकप्रिय व्यंजन है जिसके साथ आम, आलू का भरता, बडी चूरा, पोई- साग खाया जाता है। इसके अलावा तड़का, डालमा, पीठा, छतु तरकारी, नारियल के तेल में बनी पुड़ियाँस, मछली से बनी चिंगुडि, महूराली-चडचडी, माछ-भजा भी यहाँ के प्रसिद्ध भोजन हैं। साथ ही पर्यटक यहाँ रसगुल्‍ला, चेन्‍नापोडा (छेनापोड) तथा चेन्‍नागाजा (छेनागजा) मिठाईयों का स्‍वाद ले सकते हैं। 

भुवनेश्वर के प्रमुख त्यौहार -

  • राजा- रानी उत्सव - Rajarani Festival

भुवनेश्वर के महत्वपूर्ण संगीत समारोहों में से एक है। यह उत्सव हर्षोउल्लास के साथ हर वर्ष जनवरी माह में तीन दिन तक मनाया जाता है। इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य भारतीय शास्त्रीय और पारंपरिक संगीत को बढ़ावा देना है। इस उत्सव में शामिल होने के लिए देश भर से संगीतकार और नृतक आते हैं। 

भुवनेश्वर कैसे पहुंचें -

  • हवाई मार्ग - By Flight

बीजू पटनायक हवाई अड्डा (Biju Patnaik Airport) यहाँ का नजदीकी हवाई अड्डा है। हवाई अड्डा भुवनेश्वर शहर से करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जहाँ से आगे जाने के लिए पर्यटक टैक्सी या बस सेवा का प्रयोग कर सकते हैं।  

  • रेल मार्ग - By Train

भुवनेश्वर शहर का अपना रेलवे स्टेशन है जो शहर के केंद्र में स्थित हैं। भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलौर, मुबंई जैसे भारत के कई मुख्य शहरों से जुड़ा हुआ है।

  • सड़क मार्ग - By Road

भुवनेश्वर राष्ट्रीय राजमार्गों द्वारा अच्छी तरह से देश के विभिन्न राज्यों द्वारा जुड़ा हुआ है। भुवनेश्वर का नया बस अड्डा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या पांच पर है। 

भुवनेश्वर घूमने का समय -

भूवनेशवर की यात्रा सालभर में कभी भी की जा सकती है लेकिन यहाँ की यात्रा का सबसे उपयुक्त समय अक्टूबर से मार्च का है। इसी बीच ही यहाँ पर्यटक शिवरात्रि पर्व, खण्डगिरि मेला (Khandagiri Mela) आदि का लुत्फ उठा सकते हैं।

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